Policy: भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में 5वीं और 8वीं की बोर्ड परीक्षाएँ 24 फरवरी से आयोजित की जाएंगी। इस बार परीक्षा प्रक्रिया को अधिक व्यवस्थित बनाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था:
✔️ हर जनशिक्षा केंद्र के तहत 5 परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।
✔️ परीक्षा केंद्र स्कूल से अधिकतम 3 किमी के दायरे में होगा।
✔️ एक केंद्र पर अधिकतम 250 विद्यार्थी ही परीक्षा देंगे।
✔️ विशेष परिस्थितियों में परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने की अनुमति जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) देंगे।
डिटेंशन पॉलिसी होगी लागू:
📌 फेल होने पर दोबारा परीक्षा का मौका मिलेगा – अगर कोई छात्र 33% (20 अंक) से कम स्कोर करता है, तो उसे दो महीने बाद पुन: परीक्षा देनी होगी।
📌 दोबारा फेल होने पर उसी कक्षा में रोका जाएगा – यदि कोई विद्यार्थी पुन: परीक्षा में भी अनुत्तीर्ण होता है, तो उसे उसी कक्षा में रोक दिया जाएगा।
परीक्षा नियम:
✔️ प्रत्येक विषय की परीक्षा 60 अंकों की होगी, जिसमें पास होने के लिए कम से कम 20 अंक (33%) आवश्यक होंगे।
✔️ अतिरिक्त भाषा के अंक वार्षिक परिणाम में नहीं जोड़े जाएंगे (केवल 5वीं कक्षा के लिए)।
✔️ नकल करते पकड़े जाने पर परीक्षा होगी निरस्त, उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा।
ग्रेडिंग प्रणाली:
📌 विद्यार्थियों की कर्तव्यनिष्ठा और व्यवहार पर भी ग्रेड मिलेगी।
📌 नियमितता, समयबद्धता, सहयोग, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, ईमानदारी आदि पर मूल्यांकन होगा।
📌 साहित्य, संस्कृति, विज्ञान, खेलकूद पर भी ग्रेडिंग होगी।
📌 स्कूलों को 15 फरवरी तक सभी ग्रेड और अंक ऑनलाइन भेजने होंगे।
सख्त परीक्षा प्रक्रिया:
✔️ परीक्षा से 45 मिनट पहले केंद्राध्यक्ष की उपस्थिति में प्रश्नपत्रों का बंडल वितरित किया जाएगा।
✔️ परीक्षा समाप्त होने के एक घंटे के अंदर उत्तरपुस्तिकाएँ जनशिक्षा केंद्र में जमा करनी होंगी।
✔️ परीक्षा के दौरान राज्य और जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाए जाएंगे, जहां शिकायतें दर्ज की जा सकेंगी।
24 लाख विद्यार्थी होंगे शामिल
इस बार बोर्ड परीक्षा में सरकारी और निजी स्कूलों के कुल 24 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। राज्य शिक्षा केंद्र ने सभी स्कूलों को सख्त निर्देश दिए हैं कि परीक्षा प्रक्रिया पारदर्शी और अनुशासित तरीके से संचालित हो।
source internet… साभार….
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