CBSE: 26 लाख से ज्यादा बच्चों को मिलेगा। 2025 के एग्जाम में 24 लाख से ज्यादा बच्चे बैठ रहे हैं। इस पैटर्न पर सेशन 2021-22 में एग्जाम ली जा चुकी है। इसके बाद फैसला वापस ले लिया गया था।
बोर्ड ने यह फैसला बच्चों के एग्जाम स्ट्रेस को देखते लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि JEE की तरह 2 बार परीक्षा से बच्चों को मानसिक तौर पर फायदा होगा। एक बार स्कोर कम होने पर वह दूसरी बार उसे बेहतर कर सकेंगे।
नियम कब से लागू होगा?
👉 यह नियम 2025-26 सेशन से लागू होगा, यानी 2026 से बोर्ड परीक्षाएँ साल में दो बार होंगी।
🤔 क्या छात्रों को दोनों परीक्षाएँ देनी होंगी?
नहीं, छात्रों के पास 3 ऑप्शन होंगे:
✅ सिर्फ एक बार परीक्षा दें।
✅ दोनों परीक्षाओं में शामिल हों।
✅ किसी विषय में नंबर कम आने पर दूसरी परीक्षा में सिर्फ उस विषय का एग्जाम दें।
📊 रिजल्ट कैसे तय होगा?
💡 अगर दोनों बार एग्जाम दिए हैं, तो बेहतर स्कोर वाला रिजल्ट फाइनल माना जाएगा।
💡 अगर दूसरी बार नंबर घट जाते हैं, तो पहली परीक्षा का स्कोर ही फाइनल होगा।
📚 क्या सिलेबस बंटेगा?
❌ नहीं! दोनों परीक्षाएँ पूरे सिलेबस पर आधारित होंगी।
🚫 क्या सप्लीमेंट्री एग्जाम होगा?
❌ नहीं। 10वीं के लिए अब सप्लीमेंट्री एग्जाम खत्म कर दिया जाएगा।
🏫 परीक्षा केंद्र और रजिस्ट्रेशन
✅ दोनों परीक्षाओं का सेंटर एक ही रहेगा।
✅ रजिस्ट्रेशन एक बार ही होगा।
✅ अगर दो बार परीक्षा देने का ऑप्शन चुना तो फीस एक साथ ली जाएगी।
🧪 प्रैक्टिकल और इंटरनल एग्जाम
🔬 सिर्फ एक बार होंगे, जो दिसंबर-जनवरी में होंगे।
📢 CBSE ने फीडबैक मांगा!
🗓 अंतिम तिथि: 9 मार्च 2025
📌 स्टेकहोल्डर्स: स्कूल प्रशासन, पेरेंट्स एसोसिएशन, टीचर्स, पॉलिसी मेकर्स और NGOs
🚀 सरकार का कहना है…
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि JEE की तरह 2 बार एग्जाम से छात्रों का स्ट्रेस कम होगा और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।
source internet… साभार….
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