Plan: मध्य प्रदेश का नगरीय विकास एवं आवास विभाग इंदौर को सिग्नल-लैस शहर बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इस योजना का उद्देश्य यातायात को सुचारु रूप से संचालित करना और नागरिकों का यात्रा समय कम करना है।
🔹 योजना के मुख्य घटक:
✔️ फ्लाईओवर और अंडरपास: मुख्य चौराहों पर जाम से बचने के लिए निर्माण।
✔️ बाय-लेन (सर्विस रोड): छोटे वाहनों के लिए अलग रास्ता।
✔️ इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS): एआई आधारित यातायात नियंत्रण।
🤖 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका
- एआई के उपयोग से स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स और रियल-टाइम मॉनिटरिंग होगी।
- इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यातायात अधिक कुशल बनेगा।
शहरी लोक परिवहन में सुधार 🚍⚡
प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में 1330 बसों का संचालन किया जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए 552 इलेक्ट्रिक बसों (ई-बस) का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।
📍 महत्वपूर्ण शहरों में ई-बस और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर:
- बस डिपो: भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, सागर।
- ई-चार्जिंग स्टेशन: भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, सागर में स्थापित किए जा रहे हैं।
- इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा: भोपाल, इंदौर और जबलपुर में 217 ई-चार्जिंग स्टेशन विकसित किए जा रहे हैं।
संभावित लाभ:
✅ यात्रा समय कम होगा ⏳
✅ ट्रैफिक जाम की समस्या घटेगी 🚗
✅ सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी ⚠️
✅ पर्यावरण को लाभ होगा (ई-बस, इलेक्ट्रिक चार्जिंग)
source internet… साभार….
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