Operation Sindoor:जम्मू-कश्मीर | भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में ऑपरेशन सिंदूर के तहत नियंत्रण रेखा (LoC) पर T-72 टैंकों की तैनाती की है। यह ऑपरेशन घुसपैठ की कोशिशों को रोकने और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से चलाया गया था।
🔸 T-72 टैंकों की विशेषताएं:
- 125 मिमी की शक्तिशाली तोप से लैस
- 4,000 मीटर की दूरी तक मिसाइल दागने की क्षमता
- BMP-2 बख्तरबंद गाड़ियों के साथ संयुक्त रूप से तैनात
- दुर्गम सीमाई इलाकों में भी तेज गति से तैनाती संभव
🔸 ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति
सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर एक सक्रिय सैन्य रणनीति रही, जिसमें एलओसी पर घुसपैठ के संभावित मार्गों को पूरी तरह सील करना मुख्य लक्ष्य रहा। हालांकि ऑपरेशन को आधिकारिक रूप से बंद नहीं किया गया है, बल्कि अस्थायी रूप से रोका गया है। सैन्य कार्रवाई 10 मई से स्थगित है, लेकिन जवान 24×7 सतर्क निगरानी बनाए हुए हैं।
🔸 भारतीय वायुसेना की चेतावनी
भारतीय वायुसेना ने भी पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है।
एयर डिफेंस चीफ लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान ने ANI को दिए बयान में कहा:
“पाकिस्तान चाहे अपना मुख्यालय रावलपिंडी से हटाकर खैबर पख्तूनख्वा क्यों न ले जाए, वह हमारी मारक सीमा से बाहर नहीं जाएगा।”
यह बयान पाकिस्तान को स्पष्ट संकेत है कि भारत हर स्थिति में जवाब देने में सक्षम है।
🔸 सीजफायर उल्लंघन और सेना की कार्रवाई
7-8 मई की रात पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया, लेकिन भारतीय सेना ने कुछ ही सेकंड में मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना ने पाकिस्तान की फायरिंग पैटर्न का विश्लेषण पहले ही कर लिया था, जिससे त्वरित प्रतिक्रिया संभव हो सकी।
साभार…
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