उसका किरायेदार था विशाल चौहान, एग्रीमेंट में नाम, किराया 51 हजार एडवांस
Exposure:इंदौर | राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और अहम कड़ी सामने आई है। हत्या के बाद फरार सोनम रघुवंशी ने इंदौर में जिस फ्लैट में शरण ली थी, वह ग्वालियर निवासी लोकेंद्र सिंह तोमर की बिल्डिंग में स्थित था। इस फ्लैट का किराया एग्रीमेंट विशाल चौहान के नाम पर हुआ था, जिसने एडवांस में तीन महीने का किराया ₹51,000 29 मई को अदा किया था।
🔍 सोनम 12 दिन इंदौर में रही, होटल से फ्लैट तक छिपी
हत्या के बाद सोनम 26 मई से 29 मई तक स्कीम 114 के एक होटल में रही, फिर 30 मई से 7 जून तक उसी क्षेत्र की एक बिल्डिंग के फ्लैट में शिफ्ट हो गई। बिल्डिंग मालिक के अनुसार, यह पूरा लेनदेन विशाल चौहान के माध्यम से हुआ।
🗣️ शिलाम जेम्स बोले – सोनम आई या नहीं, नहीं मालूम
बिल्डिंग का संचालन कर रहे शिलाम जेम्स ने बताया कि उन्होंने फ्लैट जी-1 विशाल को किराए पर दिया था। एग्रीमेंट 30 मई को हुआ और पैसे एक दिन पहले, 29 मई की शाम 7 बजे, दे दिए गए थे। जेम्स ने कहा, “हम फ्लैट किराए पर देते हैं, पर उसमें कौन रहता है, यह देखने की जिम्मेदारी हमारी नहीं होती।”
🧾 किरायेदारी की पूरी प्रक्रिया “नियमपूर्वक”
- किराया तय: ₹17,000 प्रति माह
- डिपॉजिट + एडवांस: ₹51,000 (तीन महीने)
- एग्रीमेंट नाम: विशाल चौहान
- चाबी सौंपने से पहले पूछा गया: कौन रहेगा? जवाब मिला – “मम्मी, पापा और बहन आते रहते हैं।”
- बिल्डिंग में CCTV मौजूद, पर चालू नहीं: यह भी जांच के लिए अहम बिंदु बन सकता है।
🧑🎨 इंटीरियर डिजाइनर बनकर आया था विशाल
जेम्स ने बताया कि विशाल खुद को इंटीरियर डिजाइनर, प्लायवुड और स्टील के काम से जुड़ा बताया था। उसने कहा कि पिछले मकान मालिक से विवाद हो गया है, इसलिए नया फ्लैट चाहिए।
🧾 हत्याकांड की समयरेखा पर नजर
- 11 मई: राजा और सोनम की शादी
- 21 मई: दंपती शिलॉन्ग रवाना
- 23 मई: परिजनों से अंतिम बात
- 2 जून: राजा का शव बरामद
- 9 जून: सोनम गाजीपुर से गिरफ्तार
🕵️ जेम्स बोले – पुलिस को देंगे पूरा सहयोग
जेम्स ने कहा, “हमारा कोई आपराधिक मकसद नहीं है। जो जानकारी हमारे पास है, वह पुलिस को दे दी गई है। जरूरत पड़ने पर हम जांच में पूरा सहयोग देंगे।”
🔎 अब जांच के महत्वपूर्ण बिंदु:
- क्या विशाल चौहान ने जानबूझकर फर्जी पहचान या बहाना बनाया?
- क्या सोनम को छिपाने की योजना पहले से थी?
- क्या पुलिस को फ्लैट से फॉरेंसिक साक्ष्य मिले हैं?
- क्या इस एग्रीमेंट से हत्या की साजिश की योजना की पुष्टि होती है?
- साभार…
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