इरान की संसद ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज बंद करने का प्रस्ताव पारित किया
Oil Market: नई दिल्ली: ईरान की संसद ने अमेरिका द्वारा फार्दौ, नटांज और इस्फहान पर हालिया हवाई हमलों के जवाब में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने का प्रस्ताव एकमत से पारित किया है ।
- इसका अंतिम निर्णय ईरान के सप्रिमल नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल और अयातुल्ला खामेनेई को लेना है ।
🌏 वैश्विक तेल बाजार पर तुरंत असर
- ब्रेंट क्रूड की कीमतें 3–4% तक बढ़कर लगभग $80/बैरल हो गईं ।
- शेयर बाजार में भी गिरावट, बेंचमार्क वायदा कीमतों में नरमी देखी गई ।
🚨 क्षेत्रीय तनाव और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- अमेरिका और इसके सहयोगियों ने चेतावनी दी है कि स्ट्रेट को बंद करने की कोशिश ‘आर्थिक आत्महत्या’ होगी, और वे इसका मजबूत सैन्य जवाब दे सकते हैं ।
- चीन को भी दबाव में लाया गया है ताकि वह ईरान को नाकेबंदी से रोके क्योंकि उसका खुद का तेल आयात इस मार्ग पर निर्भर है ।
- जापानी शिपिंग कंपनियां सुरक्षा कारणों से अपने जहाजों से अधिक समय गल्फ में नहीं बिताने की हिदायत दे रही हैं ।
🇮🇳 भारत पर असर
- भारत की 40% से अधिक क्रूड तेल आपूर्ति स्ट्रेट से होकर आती है; लगभग 2 मिलियन बैरल/दिन चोटी समय में इसी मार्ग पर निर्भर है ।
- भारतीय ऊर्जा विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों का कहना है कि भारत ने अपनी आपूर्ति विविधीकरण की है—रूस, अमेरिका, ब्राजील, पश्चिम अफ्रीका जैसे विकल्पों से तेल आयात बचाव का काम कर सकते हैं ।
- केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भरोसा दिलाया है कि भारत के पास कई हफ्तों तक तेल भंडारण क्षमता है, और सरकार स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है ।
🔍 भविष्य की चुनौतियाँ
- यदि बंद लंबे समय तक रहता है, तो ब्रेंट क्रूड कीमत $120–150 तक जा सकती हैं—कई वैश्वेष विशेषज्ञ ऐसा अनुमान लगा रहे हैं ।
- भारत में पेट्रोल-डीज़ल की कीमत ₹120 प्रति लीटर तक पहुंच सकती है, जिससे महंगाई दर में भी उछाल आने की संभावना है।
- साभार…
Leave a comment