नए वेरिएंट XFG का प्रभुत्व
Covid: ग्वालियर/भिंड: मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से इस वर्ष पांचवीं मौत दर्ज की गई है। भिंड निवासी 52 वर्षीय महिला की सोमवार रात ग्वालियर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। महिला को फेफड़ों में गंभीर सूजन के चलते सांस लेने में अत्यधिक परेशानी हो रही थी। डॉक्टरों के अनुसार, महिला को हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनाइटिस (एक्यूट लंग इंजरी) थी और वह कोविड-19 संक्रमित भी थीं। गहन चिकित्सा देखरेख के बावजूद उनकी हालत बिगड़ती गई और अंततः सोमवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया।
चिंता की बात यह है कि वर्ष 2025 में मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से जिन पांच लोगों की मृत्यु हुई है, वे सभी महिलाएं थीं। सभी मामलों में संक्रमित मरीज पहले से अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित थीं, जिससे संक्रमण के दुष्प्रभाव और घातक साबित हुए। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील करते हुए कहा है कि भले ही नए वेरिएंट्स के लक्षण हल्के हों, लेकिन पहले से बीमार या कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए संक्रमण घातक हो सकता है।
पाँचवीं मौत दर्ज
- भिंड की 52 वर्षीय महिला की ग्वालियर में मौत हो गई। उन्हें फेफड़ों में गंभीर सूजन (हाइपरसेंसिटिविटी न्यूमोनिटिस) और कोविड‑19 था, जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत थी ।
- इस वर्ष कोविड‑19 से मृत्यु के पाँचों मामले महिलाएं थीं, जिनमें पूर्व में टीबी, किडनी रोग, गर्भावस्था और हाई बीपी जैसी जटिलताएँ थीं ।
📊 राज्य में कोविड‑19 की स्थिति (24 जून 2025 तक)
- कुल पॉजिटिव केस: 277
- सक्रिय केस: 82
- ठीक हुए मरीज: 190
- कुल मौतें: 5
🧬 XFG वेरिएंट का प्रभुत्व
- AIIMS भोपाल ने मई–जून की अवधि में 44 संक्रमणों की जीनोम सीक्वेंसिंग की ।
- XFG वेरिएंट 28 में से 44 सैंपलों (63.6%) में मिला और यह परीक्षण की तीसरी सप्ताह तक एकमात्र सक्रिय वेरिएंट बन गया ।
- XFG.3 उप-वेरिएंट 5 में से 28 पॉजिटिव नमूनों में पाया गया ।
- पहले प्रमुख था LF.7, लेकिन यह जून के अंत तक गायब हो गया ।
- NB.1 (Nimbus) वेरिएंट किसी नमूने में नहीं मिला ।
🌐 लक्षण और वैक्सीन प्रभाव
- XFG और LF.7 में ऐसे म्यूटेशन हैं जो टीकाकृत लोगों को भी संक्रमित कर सकते हैं, लेकिन अधिकांश मामलों में लक्षण हल्के या बिना लक्षण हैं ।
- WHO ने इन्हें Variants Under Monitoring में सूचीबद्ध किया है, लेकिन इन्हें अभी Variants of Concern नहीं माना गया है ।
🔬 AIIMS की निगरानी की भूमिका
- डॉ. अजय सिंह, AIIMS भोपाल के निदेशक, ने कहा कि “Regional Virology Laboratory…s working with scientific rigor to ensure that no emerging viral variant goes undetected…”।
- उन्होंने नियमित जीनोम सीक्वेंसिंग को महामारी तैयारियों की प्रमुख रणनीति बताया ।
⚠️ मुख्य निष्कर्ष
- मध्यप्रदेश में अब XFG वेरिएंट ही सक्रिय है, जो हालिया मामलों में 63.6% हिस्सा रखता है।
- अधिकांश संक्रमण हल्के या बिना लक्षण वाले हैं, लेकिन टीकाकृत लोगों में भी संक्रमण देखे गए हैं।
- हालिया पाँच मौतों में पूर्व मौजूद अन्य बीमारियाँ प्रमुख कारण रही हैं।
- महामारी की तैयारी, परीक्षण और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर नियमित जीनोम निगरानी की आवश्यकता बनी हुई है।
- साभार…
Leave a comment