Ceasefire: यरुशलम/तेहरान/वॉशिंगटन: ईरान और इजराइल के बीच 12 दिन तक चले भीषण संघर्ष के बाद मंगलवार को आखिरकार सीजफायर की घोषणा हो गई। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को खुलासा किया कि उन्होंने फरवरी में ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ईरान पर हमले का प्लान सौंप दिया था—एक अमेरिका के साथ और एक अमेरिका के बिना।
🛑 सीजफायर की घोषणा सबसे पहले ट्रम्प ने की
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नीदरलैंड में चल रहे नाटो समिट के दौरान मीडिया को बताया कि उन्होंने ईरान-इजराइल जंग को रोकने में निर्णायक भूमिका निभाई।
“ईरान पर अमेरिकी हमलों के बाद, उन्हें परमाणु कार्यक्रम को रोकना पड़ा। ईरान 12 दिनों तक नर्क से गुजरा,” ट्रम्प ने कहा।
उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर ईरान दोबारा न्यूक्लियर प्रोग्राम शुरू करता है, तो अमेरिका फिर से हमला करेगा।
💥 अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट का दावा – प्रोग्राम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ
CNN और न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह नष्ट नहीं हुआ, बल्कि कुछ महीनों के लिए पीछे चला गया है।
यह दावा अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट पर आधारित है। हालांकि ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रूथ” पर इन रिपोर्ट्स को “फर्जी खबरें” करार दिया।
🇮🇱 नेतन्याहू का बड़ा दावा – पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी यह जीत
इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बुधवार को कैबिनेट मीटिंग से पहले कहा:
“यह संघर्ष हमारी ऐतिहासिक जीत है। हमने ईरान को वह नुकसान पहुंचाया है जिसे पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।”
उन्होंने पुष्टि की कि उन्होंने अमेरिका को पहले ही दो हमले की योजनाएं सौंपी थीं, और अमेरिका के साथ या उसके बिना हम तैयार थे।
🇮🇷 ईरान की प्रतिक्रिया – न्यूक्लियर प्रोग्राम नहीं रुकेगा
वहीं ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने एक अलग ही रुख अपनाया। उन्होंने कहा:
“हमने इस तकनीक को हासिल करने के लिए वैज्ञानिकों की कुर्बानी दी है। हम अपने परमाणु अधिकार से पीछे नहीं हटेंगे।”
तेहरान में मंगलवार रात “विजय समारोह” भी आयोजित किया गया, जिसमें सरकार समर्थक हजारों लोगों ने भाग लिया।
🌐 विश्लेषण: क्या यह संघर्ष वास्तव में थमा है?
12 दिनों के इस सैन्य टकराव ने मध्य-पूर्व को फिर से अशांति के मुहाने पर खड़ा कर दिया है।
- अमेरिका ने भले ही हमलों के ज़रिये जंग रोकने का दावा किया हो,
- लेकिन ईरान के रुख से साफ है कि उसका न्यूक्लियर कार्यक्रम पूरी तरह बंद नहीं हुआ है।
- ऐसे में संकट टला नहीं, बस कुछ समय के लिए टल गया है।
🛡️ जंग के मुख्य पड़ाव
दिन | घटनाक्रम |
---|---|
7 जून | नेतन्याहू का ऑपरेशन शुरू करने का आदेश |
9 जून | अमेरिका ने इजराइल को सैटेलाइट समर्थन दिया |
13 जून | ईरान ने हर्मुज़ जलडमरूमध्य बंद करने की चेतावनी दी |
17 जून | अमेरिका ने तीन मिसाइल साइट्स पर हमला किया |
18 जून | ईरान ने तेल टैंकर जब्त किए |
19 जून | ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर ‘सीजफायर संकेत’ दिए |
24 जून | इजराइल और ईरान ने सीजफायर की घोषणा की |
साभार…
Leave a comment