अब तक निपटाए 66 प्रकरण
Topper: रायसेन(ई-न्यूज)। लोक अदालतों में यूं तो प्रकरणों का अंबार लगा होता है लेकिन प्रकरण निपटाने के मामले में भोपाल अव्वल आ गया है। भोपाल में 66 प्रकरणों का निपटारा किया गया है। यहां 66 फीसदी मामलों में समझौता हुआ। आलीराजपुर, बुरहानपुर, देवास जैसे छोटे जिले भी इस मामले में पहले पांच में शामिल हैं। इनमें आधे से ज्यादा कोर्ट मामले इसी तरह खत्म हो रहे हैं। इसके उलट, इंदौर, आगर मालवा, खंडवा, डिंडोरी, टीकमगढ़, नीमच, रतलाम, दमोह, गुना, सिंगरौली और उमरिया में लोगों के बीच अदालत के अंतिम फैसले तक ठनी रहती है। इन जिलों में 90त्न मामलों में सुलह नहीं हो रही है। मप्र के 51 जिलों में ढाई साल में लगी 459 नेशनल लोक अदालतों के सामने आए। साल 2023 से 2025 तक लगी नेशनल लोक अदालतों में 11.94 लाख से ज्यादा केस निपटे।
परिवार को दी अहमियत
3 में से 1 विवाद बातों से सुलझा नेशनल लोक अदालतों में तलाक, मेंटेनेंस और पारिवारिक विवादों से जुड़े 39,202 केस रखे गए। इनमें से 11,444 में पक्षकार आपसी सहमति से विवाद खत्म करने को तैयार हुए। यानी, हर 3 में से लगभग 1 मामले में लंबी कानूनी लड़ाई के बजाय बातचीत को रास्ता चुना। कुछ मामलों में रिश्ते बनाए रखने की कोशिश हुई तो कई बार रिश्ते खत्म होने की शर्तों पर समझौता हुआ। सबसे ज्यादा भोपाल में 1549 में से 906 पारिवारिक विवादों का निपटारा हुआ। इसके बाद बुरहानपुर (796), आलीराजपुर (728), भिंड (700), देवास (700), अशोक नगर (687) का नंबर रहा। वहीं, सबसे कम आगर मालवा में औसतन सिर्फ 177 प्रकरणों में समझौता हुआ। इसके उलट स्थिति बिजली, पानी के विवादों की रही। 8 मार्च 2025 की लोक अदालत में बिजली कंपनी के 1 लाख से ज्यादा केस आए। करीब 32 हजार में सहमति बन गई। पानी के बिल से जुड़े 65 हजार से अधिक मामलों में 31 हजार समझौते हुए। साभार…
Leave a comment