New team: भोपाल | मध्य प्रदेश में हेमंत खंडेलवाल को भारतीय जनता पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद अब प्रदेश कार्यकारिणी में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। प्रदेश संगठन में बड़े फेरबदल की तैयारी के तहत अब नई टीम के गठन की संभावनाएं बन रही हैं। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल मंगलवार रात दिल्ली पहुंचे और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से महत्वपूर्ण मुलाकातें कीं।
केंद्रीय मंत्रियों से की मुलाकात
दिल्ली दौरे के दौरान मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने उपभोक्ता मामलों और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। अमित शाह से हुई विशेष बैठक को खास तौर पर अहम माना जा रहा है, जो करीब दस मिनट तक चली। माना जा रहा है कि इस बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी, मोर्चा संगठन और विभागों के पुनर्गठन को लेकर चर्चा हुई है।
जल्द होगी नई कार्यकारिणी की घोषणा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हेमंत खंडेलवाल अपनी नई कार्यकारिणी का गठन जल्द कर सकते हैं। इस नई टीम में वरिष्ठ और युवा नेताओं का संतुलन रखा जाएगा। साथ ही लंबे समय से संगठन से दूर चल रहे नेताओं और संघ से जुड़े चेहरों को भी शामिल किया जा सकता है। सूत्रों का यह भी कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के बाद ही कार्यकारिणी की औपचारिक घोषणा होगी।
वीडी शर्मा की कार्यकारिणी को 5 वर्ष पूरे
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की टीम को कार्य करते हुए पांच वर्ष हो चुके हैं। शर्मा को 15 फरवरी 2020 को कोरोना काल के दौरान प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने सितंबर 2020 में 5 प्रदेश महामंत्रियों की नियुक्ति की थी, जबकि जनवरी 2021 में प्रदेश कार्यकारिणी का गठन किया गया था। अब संगठन पर्व के तहत बूथ, मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव के बाद प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद खंडेलवाल का पहला दिल्ली दौरा
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह हेमंत खंडेलवाल का पहला दिल्ली दौरा है, जिसे काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरे में खंडेलवाल ने संगठन और सरकार के बीच बेहतर समन्वय पर चर्चा की।
बताया जा रहा है कि वे केंद्रीय नेतृत्व को प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और संगठनात्मक तैयारियों की जानकारी भी देंगे।
क्या कहता है राजनीतिक विश्लेषण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि नई कार्यकारिणी का गठन 2028 की तैयारियों और लोकसभा चुनाव 2029 की रणनीति का आधार बनेगा। पार्टी की रणनीति है कि संगठन को और मजबूत करते हुए जमीनी कार्यकर्ताओं तक संदेश पहुंचाया जाए।
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