Dial-112: भोपाल: मध्यप्रदेश की पुलिस आपातकालीन सेवा प्रणाली में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। **15 अगस्त 2025 से राज्यभर में डायल 100 सेवा को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा और उसकी जगह अत्याधुनिक तकनीक से लैस डायल 112 सेवा शुरू की जाएगी। इस नई सेवा के माध्यम से पुलिस, फायर और मेडिकल जैसी इमरजेंसी सेवाएं एकीकृत होकर अधिक तेज़, सटीक और प्रभावी सहायता प्रदान करेंगी।
🚓 डायल 112: आधुनिक तकनीक से लैस नई गाड़ियाँ
राज्य के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने बताया कि डायल 112 के तहत 1200 नई बोलेरो नियो गाड़ियाँ फील्ड में तैनात की जाएंगी। ये सभी वाहन GPS, वायरलेस, डिजिटल नेविगेशन और लाइव लोकेशन ट्रैकिंग जैसी अत्याधुनिक तकनीक से लैस होंगी।
- अब शिकायतकर्ता की लोकेशन कॉल के दौरान ही ट्रैक की जा सकेगी।
- पुलिस को रिस्पॉन्स टाइम घटाकर चंद मिनटों में मदद पहुंचाने में सफलता मिलेगी।
🕰️ डायल 100 सेवा का 10 साल का सफर
- डायल 100 सेवा की शुरुआत 2015 में की गई थी, जिसकी मूल अवधि 5 वर्ष थी।
- लेकिन कोविड-19, टेंडर प्रक्रिया में देरी और प्रशासनिक कारणों से यह सेवा 10 वर्षों तक जारी रही।
- अब यह सेवा BVG कंपनी से हटाकर GVK कंपनी को सौंप दी गई है, जो पहले से राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा भी संचालित कर रही है।
🏥 जीवनरक्षक साबित हुई पुरानी सेवा
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार:
- पिछले एक वर्ष में डायल 100 के माध्यम से 15,000 से अधिक घायल व्यक्तियों को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया।
- यह सेवा कई मामलों में जीवनरक्षक साबित हुई है, जिसे अब डायल 112 एक नए और उन्नत रूप में आगे बढ़ाएगी।
🧭 सेंट्रल कॉल सेंटर और एकीकृत प्रणाली
नई डायल 112 सेवा को सपोर्ट करने के लिए सेंट्रल सर्वर से जुड़ा नया कॉल सेंटर भी तैयार किया गया है:
- इससे सभी जिलों में समान स्तर की त्वरित सेवा उपलब्ध हो सकेगी।
- हर कॉल को केंद्रीकृत और रियल-टाइम तरीके से मॉनिटर किया जाएगा।
🌐 देश के अन्य राज्यों में पहले से सक्रिय
डायल 112 सेवा पहले से हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों में लागू है और अब मध्यप्रदेश इसका अगला चरण बनने जा रहा है।
साभार…
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