विपक्ष हमलावर, सरकार के सामने कई अहम मुद्दे
Session: नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है, जो 21 अगस्त तक चलेगा और इस दौरान कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं। सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह सत्र देश के लिए “गौरवपूर्ण” होगा और इसमें कई अहम विधेयकों पर चर्चा की जाएगी।
मोदी ने की सेना की सराहना
पीएम मोदी ने “ऑपरेशन सिंदूर” का जिक्र करते हुए कहा कि सेना ने आतंकियों के घर में घुसकर उन्हें जमींदोज कर दिया। उन्होंने कहा, “हमारे सांसदों ने दुनिया के सामने पाकिस्तान के आतंकवादी चेहरे को बेनकाब किया है। दुनिया भारत की बात सुनने को तैयार है।” उन्होंने यह भी कहा कि देश की सेना की सराहना दलगत राजनीति से ऊपर उठकर की जानी चाहिए।
नवाचार और विकास पर दिया जोर
पीएम मोदी ने मानसून को “नवसृजन और नवीनता का प्रतीक” बताया और कहा कि इस साल तीन गुना जल भंडारण हुआ है, जिससे देश की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर तिरंगा फहराना देश के लिए विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है।
महंगाई, अर्थव्यवस्था और नक्सलवाद पर मोदी का बयान
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि देश अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। “पहले महंगाई दर दो अंकों में थी, आज यह करीब 2 प्रतिशत के आसपास है,” उन्होंने कहा। नक्सलवाद पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि “रेड कॉरिडोर अब ग्रीन और ग्रोथ ज़ोन में बदल रहे हैं।”
विपक्ष हमलावर, पीएम से सदन में उपस्थिति की मांग
विपक्ष ने सत्र की शुरुआत से पहले ही सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी संसद में बहुत कम दिखाई देते हैं और इस बार उन्हें “पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर और डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता दावे” जैसे गंभीर मुद्दों पर सदन में उपस्थित रहना चाहिए। उन्होंने पीएम के आगामी विदेशी दौरों पर भी निशाना साधा।
कांग्रेस का तंज: “सज-धज कर वही घिसी-पिटी बातें”
जयराम रमेश ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “हर बार की तरह पीएम मोदी मीडिया के सामने वही घिसी-पिटी, खोखली बातें दोहराएंगे। लेकिन जब असली सवाल उठेंगे, तब वे सदन से नदारद रहेंगे।”
संभावित विधेयक और बहसें
इस सत्र में सरकार नागरिकों से जुड़े कई महत्वपूर्ण विधेयक लाने वाली है। पीएम ने उम्मीद जताई कि सभी राजनीतिक दलों के अलग-अलग एजेंडे हो सकते हैं, लेकिन देशहित में सभी का “मन” जरूर मिलना चाहिए।
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