सभी मानकों पर खरा उतरा सड़क निर्माण कार्य
Quality Test: बैतूल। शहर के लल्ली चौक से नेहरू पार्क चौपाटी तक करीब 3 करोड़ रुपये की लागत से बन रही वाइट टॉपिंग सडक़ निर्माणाधीन है। हाल ही में सड़क निर्माण की गुणवत्ता को लेकर कुछ समाचार सामने आए थे, जिनमें आरोप लगाया गया था कि निर्माण मानक के अनुरूप नहीं हो रहा है। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने इन खबरों को पूरी तरह असत्य बताते हुए स्पष्ट किया है कि सडक़ की गुणवत्ता सभी निर्धारित मानकों पर खरी उतरी है।
कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी श्रीमती प्रीति पटेल ने जानकारी दी कि विधायक हेमंत खंडेलवाल ने कुछ समय पहले लल्ली चौक से नेहरू पार्क चौपाटी तक बनने वाली इस 3 करोड़ की सड़क का भूमि पूजन किया था। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो और समय-समय पर इसकी निगरानी की जाए। विधायक श्री खंडेलवाल ने आमजन की समस्या और सडक़ की उपयोगिता को देखते हुए निर्माण एजेंसी को जांच के निर्देश दिए थे। इसी के पालन में एजेंसी ने निर्माणाधीन सडक़ से कोर काटकर सैंपल लिए और उन्हें प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया। रिपोर्ट में सडक़ की गुणवत्ता पूरी तरह सही पाई गई। उन्होंने बताया कि वाइट टॉपिंग सडक़ का निर्माण पीडब्ल्यूडी की निगरानी में किया जा रहा है। समय-समय पर इंदौर और दिल्ली से आए टेक्नोलॉजी विशेषज्ञ भी निर्माण का निरीक्षण कर रहे हैं। विशेषज्ञों ने निर्माण कार्य को उच्च गुणवत्ता का बताया और कार्य की सराहना की।
क्या है वाइट टॉपिंग सड़क
वाइट टॉपिंग तकनीक के तहत पहले से बनी डामर सड़क को उखाडक़र उस पर कंक्रीट की परत डाली जाती है। इसकी लागत सामान्य कंक्रीट सड़क की तुलना में कम आती है, क्योंकि इसमें अतिरिक्त लेयर बनाने की आवश्यकता नहीं होती। वाइट टॉपिंग सडक़ की मजबूती लगभग 40-50 वर्ष तक बनी रहती है। निर्माण के दौरान कंक्रीट डालने के एक दिन बाद ही जॉइंट काट दिए जाते हैं, जिससे सडक़ में दरारें न पड़ें।
3 करोड़ की लागत से बनेगी मज़बूत सड़क
लल्ली चौक से थाने चौक और चौपाटी क्षेत्र की सड़क लंबे समय से क्षतिग्रस्त थी। जगह-जगह गड्ढों से आमजन को दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष और बैतूल विधायक हेमंत के प्रयासों से 3 करोड़ की लागत से वाइट टॉपिंग रोड का निर्माण कार्य शुरू हुआ है।
गुणवत्ता पर सख्त निगरानी
निर्माण कार्य की निगरानी विभाग लगातार कर रहा है। समय-समय पर तकनीकी विशेषज्ञ इंदौर और दिल्ली से निरीक्षण कर चुके हैं और उन्होंने कार्य की सराहना भी की है। तकनीकी रिपोर्ट और जांच साफ बताती है कि सड़क का काम उच्च गुणवत्ता से हो रहा है।
पेवर ब्लॉक लगाने की योजना
रोड के साथ-साथ उसकी चौड़ाई बढ़ाने के लिए पेवर ब्लॉक लगाने की योजना भी बनाई गई है। इसके निर्देश पहले ही निर्माण एजेंसी को दे दिए गए हैं, जिससे यातायात और भी सुगम हो सकेगा।
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