दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले
Corona:नई दिल्ली। देश में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है। केंद्र सरकार और राज्य प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं और अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
🔴 देश में कोरोना की स्थिति (24 मई तक के आंकड़े)
राज्य | एक्टिव केस |
---|---|
केरल | 95 |
तमिलनाडु | 66 |
महाराष्ट्र | 56 |
गुजरात | 33 |
दिल्ली | 23 |
कर्नाटक | 16 |
उत्तर प्रदेश | 4 |
हरियाणा | 5 |
पुडुचेरी | 10 |
पश्चिम बंगाल | 1 |
सिक्किम | 1 |
कुल | 312 |
🏥 दिल्ली: स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर
राजधानी दिल्ली में गुरुवार तक 23 नए केस सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को समीक्षा बैठक की और अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए।
- सभी अस्पतालों को जांच और निगरानी बढ़ाने,
- मास्क अनिवार्य करने,
- और ऑक्सीजन, दवा व बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं।
🧪 जीनोम सीक्वेंसिंग की तैयारी
लोकनायक अस्पताल में पॉजिटिव सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि मौजूदा मामलों में कौन सा वैरिएंट सक्रिय है।
⚠️ नए वैरिएंट JN.1 और इसके सब-वैरिएंट्स पर नजर
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया है कि मौजूदा संक्रमण नए वैरिएंट JN.1 और इसके सब-वैरिएंट्स LF7 और NB1.8 से जुड़ा हो सकता है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये वैरिएंट्स कितने खतरनाक हैं। विशेषज्ञ लगातार इनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
🧑⚕️ गाजियाबाद और हरियाणा में भी अलर्ट
- गाजियाबाद में चार केस सामने आए हैं, जिनमें एक युवती और बेंगलुरु से लौटे दंपति शामिल हैं।
- हरियाणा में पिछले 48 घंटों में 5 केस आए हैं। पीजीआई रोहतक में विशेष बेड आरक्षित किए गए हैं।
- गुजरात में अहमदाबाद में एक ही दिन में 20 नए मामले दर्ज हुए हैं।
🩺 सरकार की तैयारियां
- अस्पतालों को वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, मास्क, दवाएं और टीकों का स्टॉक तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
- राज्य सरकारों ने जनता से भीड़भाड़ से बचने, मास्क पहनने, और सावधानी बरतने की अपील की है।
🗣️ क्या बोले विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। समय पर जांच, आइसोलेशन और मॉनिटरिंग से हालात को नियंत्रण में रखा जा सकता है।
साभार…
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