Exposed: आठनेर (बैतूल)। बैतूल जिले के आठनेर थाना क्षेत्र में पुलिस ने गौवंश तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने एक पिकअप वाहन से 10 जीवित और 3 मृत गौवंश बरामद किए हैं। वाहन का चालक पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये गौवंश महाराष्ट्र के कत्लखानों की ओर ले जाए जा रहे थे।
🔹 हीरादेही फॉरेस्ट बैरियर पर नाकाबंदी, कार्रवाई में सफलता
7 नवंबर 2025 को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिलने पर थाना प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हीरादेही फॉरेस्ट बैरियर पर नाकाबंदी की।
पुलिस ने एक संदिग्ध पिकअप वाहन को रोकने का प्रयास किया, लेकिन चालक तेज गति से भाग निकला। पुलिस ने वाहन को घेराबंदी कर रोक लिया, जिसके अंदर 10 जीवित और 3 मृत गौवंश पाए गए।
🔹 ₹4 लाख मूल्य की संपत्ति जब्त
पुलिस ने पिकअप वाहन को जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत ₹3 लाख बताई जा रही है।
इसके अलावा, 10 जीवित गौवंश भी जब्त किए गए, जिनकी कीमत लगभग ₹1 लाख आंकी गई है।
इस प्रकार कुल जब्त संपत्ति का मूल्य ₹4 लाख है।
🔹 फरार आरोपी की तलाश, कई धाराओं में मामला दर्ज
फरार चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 325,
मध्यप्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4, 6, 9,
मध्यप्रदेश कृषि उपयोगी पशु संरक्षण अधिनियम की धारा 9, 11
तथा पशुओं के प्रति क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11(1)(घ) के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।
पुलिस टीम फरार चालक की तलाश में दबिशें दे रही है।
🔹 वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में हुई कार्रवाई
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन के निर्देशन में,
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी और
अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) भूपेंद्र सिंह मोर्य के मार्गदर्शन में की गई।
इस अभियान में निरीक्षक विजय सिंह ठाकुर,
सउनि संतोष चौधरी,
सउनि राज पहाड़े,
और आरक्षक क्रमांक 226 बीरबल मीणा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
आठनेर पुलिस की तत्परता से गौवंश तस्करी की यह बड़ी कोशिश नाकाम हो गई है। पुलिस अब फरार आरोपी तक पहुंचने और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने में जुटी है।
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