Gadhi Aur Giraffe Ka Doodh – हमारे देश में दूध को पोषक तत्वों के लिए माना जाता है और बच्चों को बचपन से ही दूध पिलाना शुरू कर दिया जाता है। दूध को एक सम्पूर्ण आहार के रूप में देखा जाता है। आम तौर पर सभी को पता है की घरों में आने वाला दूध गाय, भैंस और बकरी का होता है लेकिन दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां गाय-भैंस का नहीं ऊंटनी, गधी, जिराफ और घोड़ी का दूध पीना ज्यादा पसंद किया जाता है.
ऊंटनी के दूध की डिमांड(Gadhi Aur Giraffe Ka Doodh)
ऊंट को रेगिस्तान का जहाज कहते हैं लेकिन यह केवल सवारी के काम नहीं आता है बल्कि मादा ऊंट का दूध लोग बड़े मजे में पीते हैं. इसके दूध की मांग मरुस्थली इलाके में बहुत ज्यादा है. इसके साथ संयुक्त राष्ट्र में भी इसकी भारी डिमांड है और इसकी पैरवी की जाती है. मादा ऊंट की बहुत कम खुराक लेती हैं फिर भी दूध देती है. गाय की अपेक्षा इसका दूध ज्यादा फायदेमंद होता है.
आसानी से मिलता है घोड़ी का दूध(Gadhi Aur Giraffe Ka Doodh)
रेस का घोड़े को दुनिया के सबसे महंगे जानवरों में गिना जाता है लेकिन मध्य एशिया के कुछ जगहों पर मादा घोड़े सवारी के साथ दूध के लिए भी लोग उनका इस्तेमाल करते हैं. इन विशेष जगहों पर गाय और भैंस का दूध उतनी आसानी से नहीं मिलता इसलिए लोग घोड़ी का दूध पीते हैं. रूस में भी इसे बड़े चाव के साथ लोग पीते हैं. घोड़ी का दूध शरीर के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. ये बॉडी को एनर्जेटिक रखता है.
बिमारियों के खिलाफ औषधि गधी का दूध(Gadhi Aur Giraffe Ka Doodh)
जिस शख्स या बच्चे को जानवरों के प्रोटीन से एलर्जी होती है उनको घोड़ी और गधी के दूध से बहुत फायदा होता है. इससे कई तरह की बीमारियों के खिलाफ औषधि के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. गधी का दूध क्रोनिक हेपेटाइटिस के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है. अरब के लोग इसके बड़े ही चाव से पीते हैं.
विटामिन से भरपूर जिराफ का दूध(Gadhi Aur Giraffe Ka Doodh)
कई जगहों पर जिराफ के दूध का भी सेवन किया जाता है. इसमें विटामिन ए और विटामिन बी काफी मात्रा में मौजूद होता है. चीन और मंगोलिया में एक समय पर इसका दूध खूब पसंद किया जाता था. जिराफ के दूध में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.
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