केवल आरती में जलेगी एक फूलझड़ी
Guidance: उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली पर्व को लेकर प्रशासन ने विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट कहा है कि मंदिर परिसर और महाकाल लोक में किसी भी प्रकार की आतिशबाजी नहीं की जा सकेगी। दीपावली के दिन केवल आरती के दौरान परंपरानुसार एक फूलझड़ी जलाने की अनुमति दी जाएगी। यह निर्णय धार्मिक परंपराओं की मर्यादा और सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया है।
मंदिर प्रबंध समिति के अनुसार, 20 अक्टूबर को दीपावली के अवसर पर भगवान श्री महाकालेश्वर की सभी आरतियां — प्रातः भस्म आरती, अभ्यंग स्नान के बाद की आरती, संध्या आरती और शयन आरती — पारंपरिक विधि से संपन्न होंगी। इन आरतियों में परंपरा के अनुसार केवल एक ही फूलझड़ी जलाई जाएगी।
महाकाल लोक और परिसर में सख्त रोक
प्रशासन ने कहा कि गर्भगृह, कोटी तीर्थ कुंड, मंदिर परिसर और महाकाल महालोक क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आतिशबाजी, पटाखे या ज्वलनशील सामग्री लाने या जलाने की अनुमति नहीं होगी। यह प्रतिबंध श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए लगाया गया है।
निर्देशों के उल्लंघन पर कार्रवाई
मंदिर प्रशासन ने चेतावनी दी है कि दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी और वे स्वयं इसके लिए जिम्मेदार माने जाएंगे।
शांतिपूर्ण दीपावली की अपील
प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे दीपावली को शांतिपूर्ण, परंपरागत और श्रद्धा-भाव से मनाएं। मंदिर परिसर की अनुशासन और पवित्रता बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें, ताकि यह पर्व पूर्ण आस्था और मर्यादा के साथ संपन्न हो सके।
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