अब तक सैकड़ों मौतें, लाखों प्रभावित
Havoc: नई दिल्ली। देशभर के कई राज्यों में मॉनसूनी बारिश ने भारी तबाही मचा दी है। पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से लेकर मैदानी इलाकों दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश तक बाढ़ और भूस्खलन से हालात बिगड़े हुए हैं।
पंजाब: 23 जिले बाढ़ से प्रभावित, 37 मौतें
- राज्य में पिछले 24 घंटों में 7 मौतों के साथ अब तक 37 लोगों की जान गई।
- 23 जिले और 1,655 गांव बाढ़ की चपेट में।
- 3.55 लाख से अधिक लोग प्रभावित, 19,474 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
- अब तक 1.75 लाख हेक्टेयर फसल डूब चुकी है, जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान गुरदासपुर और मानसा जिलों में।
- 5304 राहत शिविर स्थापित, एनडीआरएफ की 20 टीमें और 35 वायुसेना हेलीकॉप्टर राहत कार्य में जुटे।
- स्कूल-कॉलेज 7 सितंबर तक बंद।
हिमाचल प्रदेश: 12 जिले प्रभावित, 355 मौतें
- 1 जून से 4 सितंबर तक 355 लोगों की मौत।
- अब तक ₹3,787 करोड़ का नुकसान दर्ज।
- मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, चंबा और शिमला सबसे ज्यादा प्रभावित।
- सभी स्कूल और कॉलेज 7 सितंबर तक बंद।
जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर और बडगाम सबसे प्रभावित
- झेलम नदी खतरे के निशान से ऊपर, कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा।
- बडगाम जिले से 9,000 लोगों को निकाला गया।
- श्रीनगर प्रशासन ने निचले इलाकों में निकासी सलाह जारी की।
- जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग, मुगल रोड, सिंथन रोड और कई अन्य हाईवे भूस्खलन और मलबे की वजह से बंद।
- कश्मीर घाटी का देश से सतही संपर्क टूटा।
मध्यप्रदेश: 26 जिले प्रभावित
- रतलाम में जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित, रेलवे ट्रैक और सड़कें जलमग्न।
- धोलावाड़ डैम के सभी 5 गेट खोले गए।
- रतलाम जिले में 43 इंच से अधिक बारिश, सैलाना क्षेत्र में सबसे ज्यादा 66 इंच।
- मौसम विभाग ने रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर और मंदसौर में अगले तीन दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया।
दिल्ली-एनसीआर: यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
- यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर, खतरे के निशान से लगभग 2 मीटर ऊपर।
- ओल्ड यमुना ब्रिज, आईटीओ, राजघाट और लाल किला परिसर जलमग्न।
- अब तक 8,018 लोग राहत शिविरों में और 2,030 लोगों को स्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया।
- साभार…
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