Hub: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश को टेक्सटाइल और गारमेंट हब के रूप में विकसित करने की योजना पर जोर दिया है। गुजरात के बाद, एमपी को इस क्षेत्र में प्रमुख केंद्र बनाने की तैयारी चल रही है।
📌 मुख्य बातें:
✅ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 में दुनिया भर के निवेशकों को बुलाया जाएगा।
✅ एमपी भारत के 43% और वैश्विक स्तर पर 24% ऑर्गेनिक कॉटन उत्पादन में योगदान देता है।
✅ कपास, रेशम, आर्टिफिशियल फाइबर और टेक्निकल टेक्सटाइल उद्योग का विस्तार।
✅ 2,100 एकड़ में ‘पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल पार्क’ धार जिले में विकसित किया जा रहा है।
✅ 60 से अधिक बड़ी कपड़ा मिलें, 4,000 से अधिक करघे, और 25 लाख स्पिंडल्स कार्यरत हैं।
मप्र में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के विकास की योजना
📍 संसाधनों की प्रचुरता
🔹 प्रदेश कपास उत्पादन में अग्रणी, जिससे कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
🔹 200 टन से अधिक रेशम उत्पादन – परंपरागत हथकरघा और सिल्क उद्योग को मजबूती।
🔹 आर्टिफिशियल फाइबर और टेक्निकल टेक्सटाइल क्षेत्र में विस्तार।
📍 निवेश और नीतियां
💰 टेक्सटाइल क्षेत्र में 3,513 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया गया।
💰 उद्योगों को बिजली और पानी न्यूनतम दरों पर मिलेगा।
💰 जीएसटी छूट, टैक्स रिबेट और कस्टमाइज्ड इन्सेंटिव पैकेज।
📍 प्रमुख टेक्सटाइल हब
🏭 इंदौर, भोपाल, उज्जैन, धार, देवास, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, जबलपुर तेजी से टेक्सटाइल हब के रूप में उभर रहे हैं।
👕 इंदौर का रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर – 1,200 से अधिक यूनिट्स।
📍 प्रमुख कंपनियों का निवेश
🔹 ट्राइडेंट ग्रुप
🔹 रेमंड
🔹 आदित्य बिड़ला
🔹 वर्धमान टेक्सटाइल
🔹 गोकलदास एक्सपोर्ट्स
🔹 सागर ग्रुप
🔹 नाहर स्पिनिंग मिल्स
🛍 टेक्सटाइल की परंपरागत विरासत
🧵 चंदेरी, महेश्वरी, बाग प्रिंट, बाटिक प्रिंट और जरी-जरदोजी को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयास।
🧣 महेश्वरी साड़ी, बाग प्रिंट और चंदेरी कॉटन को GI टैग मिल चुका है।
🔎 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025: नए अवसरों की तलाश
🌍 दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध।
🚀 “फार्म से फैब्रिक, फैब्रिक से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन, फैशन से विदेशी बाजार” – सरकार की रणनीति।
क्या होगा असर?
⚡ क्या एमपी देश का अगला टेक्सटाइल हब बन सकता है?
⚡ क्या ये योजनाएं रोजगार और निर्यात में वृद्धि करेंगी?
⚡ क्या ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट नए निवेशकों को लुभाने में सफल होगी?
अगले कुछ वर्षों में प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास पर इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है!
source internet… साभार….
Leave a comment