Impact of war:नई दिल्ली | ईरान-इजराइल युद्ध और खाड़ी क्षेत्र में बढ़ती अस्थिरता का असर अब भारत के थोक बाजारों पर साफ नजर आने लगा है। सेंधा नमक और ड्राई फ्रूट्स जैसे आयातित उत्पादों की कीमतों में 20-25% तक का उछाल दर्ज किया गया है। थोक व्यापारियों के अनुसार, आपूर्ति बाधित होने के कारण यह तेजी देखने को मिल रही है।
📦 ईरान, इराक और खाड़ी देश प्रमुख सप्लायर
भारत में सेंधा नमक और काजू, बादाम, पिस्ता, खजूर, केसर जैसे ड्राई फ्रूट्स का एक बड़ा हिस्सा ईरान, इराक और अन्य खाड़ी देशों से आयात किया जाता है। लेकिन मौजूदा युद्ध की वजह से इन क्षेत्रों से होने वाली आपूर्ति पर असर पड़ा है।
📉 सप्लाई कम, कीमतें हर दिन बदल रहीं
प्रयागराज के थोक व्यापारियों के अनुसार, माल की आवक घटने से कीमतों में दैनिक उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
- एक किलो सेंधा नमक जो पहले ₹50 में मिलता था, अब ₹70–₹80 में बिक रहा है।
- ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में और भी अधिक तेजी है।
कई व्यापारियों का कहना है कि बाजार की अनिश्चितता के चलते स्टॉक नहीं किया जा पा रहा और डिमांड बढ़ने पर रिटेल रेट भी बढ़ सकते हैं।
🇵🇰 पाकिस्तान से आयात भी बंद, असर और बढ़ा
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से उत्पादों के आयात का विरोध भी तेज हो गया है। प्रयागराज सहित कई इलाकों के व्यापारियों ने पाकिस्तान से माल लेना बंद कर दिया है, जिससे ईरान और खाड़ी देशों पर निर्भरता बढ़ी है। लेकिन युद्ध के चलते वहां से भी सप्लाई ठप हो गई है।
🗣️ व्यापारियों ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की
व्यापारियों ने केंद्र सरकार से दखल देने और वैकल्पिक आपूर्ति चैन विकसित करने की मांग की है। एक व्यापारी ने कहा, “हमें भरोसा है कि सरकार जल्द हस्तक्षेप करेगी और बाज़ार फिर स्थिर हो जाएगा। लेकिन अगर युद्ध लंबा चला, तो कीमतें और बढ़ सकती हैं।”
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