Incidents: जबलपुर: अगर आप ट्रेन से कटनी या जबलपुर की ओर यात्रा कर रहे हैं, तो थोड़ा सतर्क हो जाइए। जबलपुर मंडल के शोभापुर रेलवे ब्रिज के पास से गुजरना अब यात्रियों के लिए खतरनाक होता जा रहा है। रेलवे ट्रैक के पास मौजूद शराब दुकान और नशे में धुत शराबियों के कारण लगातार पथराव, बोतल फेंकने, और जानलेवा घटनाएं सामने आ रही हैं।
⚠️ खतरे की मुख्य वजह: ट्रैक के पास शराब दुकान
- रेलवे ट्रैक से बिल्कुल सटी हुई शराब दुकान दिनभर नशेड़ियों की भीड़ जुटाती है।
- शराब पीकर ये लोग गुजरती ट्रेनों पर बोतलें और पत्थर फेंकते हैं।
- अब तक कई यात्री घायल हो चुके हैं, ट्रेन के शीशे टूटे हैं, और नशे में ट्रैक पार करते वक्त कई की मौत भी हो चुकी है।
📆 हालिया घटनाएं जो चिंता बढ़ा रही हैं:
- 21 जून 2025 – ट्रेन की चपेट में आकर एक युवक की मौत। ड्राइवर ने बताया युवक ट्रैक पर बैठा था।
- जून 2025 – शराब पीकर ट्रैक पार करते वक्त एक युवक की मौत।
- मई 2025 – गाड़ी संख्या 07328 में बैठे यात्री पवन राय के चेहरे पर कांच की बोतल लगी, चेहरा फट गया।
- मई 2025 – गाड़ी संख्या 05585 की खिड़की पर भारी वस्तु टकराई, कांच चटक गया।
🧍 स्थानीय निवासियों का दर्द
गोविंद तिवारी (शोभापुर निवासी):
“ब्रिज के पास एक मंदिर है। शराबी वहीं बैठकर पीते हैं, झगड़ा करते हैं, और ट्रैक के पास मंडराते हैं।
जब तक शराब दुकान नहीं हटेगी, घटनाएं होती रहेंगी।”
🚨 प्रशासनिक चुनौती: कार्रवाई किसकी जिम्मेदारी?
- ब्रिज के पास तीन थानों (रांझी, आधारताल, घमापुर) की सीमाएं जुड़ती हैं — जिससे जिम्मेदारी तय नहीं हो पा रही।
- RPF की सीमाएं शराब दुकान तक नहीं पहुंचती, इसलिए वे चाहकर भी सख्त कार्रवाई नहीं कर पाते।
- RPF ने जिला प्रशासन, पुलिस और आबकारी विभाग से शराब दुकान हटाने की मांग की है।
🔴 RPF का बयान:
राजीव कुमार, पोस्ट प्रभारी, RPF:
“जब तक शराब दुकान ट्रैक से नहीं हटेगी, ये घटनाएं जारी रहेंगी।
अब तक ट्रेन पर पथराव के 12 से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं।”
📢 क्या है समाधान?
- रेलवे ट्रैक के आसपास शराब दुकान पर पाबंदी लगाई जाए।
- स्थायी पुलिस गश्त और CCTV निगरानी व्यवस्था की जाए।
- नशे में ट्रैक पार करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो।
- यात्रियों के लिए खास सुरक्षा सूचना प्रणाली विकसित की जाए।
- साभार….
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