नवमीं के दिन हवन पूजन के साथ हुई महाआरती
Kanya Pujan: बैतूल। देश के दूसरे श्री श्री सिद्ध दसमहा विधा छिन्न माता मस्तिका मंदिर काशी तालाब सदर बैतूल में आज शारदेय नवरात्र की नवमीं पर सुबह हवन पूजन किया गया। इसके साथ ही महाआरती की गई। मंदिर में नवमीं पर्व को लेकर मंदिर समिति और भक्तों के द्वारा कन्या पूजन और कन्या भोजन कराया गया। मंदिर में नवरात्र का पर्व बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। प्रतिदिन आरती और पूजन के साथ ही यहां बड़ी संख्या में भक्तों ने माता के दर्शन कर पुण्य लाभ लिया।
मंदिर के व्यवस्थापक पं. आनंद अग्रवाल ने बताया कि छिन्न मस्तिका माता मंदिर सिद्ध मंदिर है और यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और उनके द्वारा मांगी गई मनोकामना पूर्ण होने पर वे माता के दर्शन के साथ पूजा करने भी आते हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि शारदेय नवरात्र के पहले दिन से लेकर आखरी दिन तक प्रतिदिन मंदिर परिसर में पूजा के साथ भजन कीर्तन भी होते हैं। आज नवमी के दिन मंदिर समिति के अलावा भक्तों के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ हवन किया गया और इसके पश्चात माता की आरती गई।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नवनीत गर्ग ने बताया कि छिन्न माता मस्तिका मंदिर देश का बैतूल में दूसरा मंदिर है। पहला मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 80 किमी. दूरी पर रामगढ़ जिले में रजरप्पा में है। श्री गर्ग ने बताया कि छिन्न माता मस्तिका मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की माता मनोकामनाएं पूर्ण करती है। उन्होंने बताया कि आज नवमीं के पर्व पर मंदिर परिसर में प्रसादी वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।
मंदिर में आयोजित किए गए सभी धार्मिक आयोजनों में ट्रस्ट के उपाध्यक्ष राम भार्गव, सचिव निखिल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अम्बेश बलवापुरी, सहसचिव नारायण मालवीय, मंदिर व्यवस्थापक पं. आनंद अग्रवाल, ट्रस्टी सदस्य पं. महेंद्र पांडे, हेमंत मालवीय, हेमराज अन्नू जसूजा, लोकेश पगारिया, पवन अग्रवाल, प्रवीण गर्ग, वीरेंद्र सिंह चौहान, सुनील गुड्डू शर्मा, सजल गर्ग, कमल सेनानी, जितेंद्र साहू एवं मनीषा साहू सहित सभी भक्तों का बड़ा योगदान रहा।
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