MP Board: भोपाल: मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने 10वीं और 12वीं की कॉपी चेकिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है। 17 लाख छात्रों की कॉपियां जांचने के लिए 40,000 शिक्षकों को नियुक्त किया गया है। इस बार गलतियों को रोकने के लिए 3-स्तरीय मूल्यांकन प्रणाली लागू की गई है।
3-स्तरीय मूल्यांकन प्रणाली
प्रथम मूल्यांकन: परीक्षक (Teacher) द्वारा कॉपी जांची जाएगी।
द्वितीय मूल्यांकन: उप मुख्य परीक्षक (Deputy Chief Examiner) द्वारा दोबारा जांच होगी, खासकर टोटलिंग में गलती रोकने के लिए।
तृतीय मूल्यांकन: यदि कोई संदेह होता है, तो मुख्य परीक्षक (Chief Examiner) अंतिम निर्णय लेंगे।
गलतियों पर सख्त कार्रवाई
1 गलती पर ₹100 का जुर्माना लगेगा।
बार-बार गलतियां करने वाले शिक्षक ब्लैकलिस्ट हो सकते हैं।
90% से अधिक अंक पाने वाले छात्रों की कॉपियां दोबारा जांची जाएंगी ताकि मेरिट लिस्ट में गड़बड़ी न हो।
टीचर्स के लिए कॉपी चेकिंग टारगेट
प्रति दिन 30 से 45 कॉपियां जांचने का लक्ष्य।
90 लाख उत्तर पुस्तिकाएं जांची जाएंगी।
CCTV की निगरानी में पूरी प्रक्रिया होगी।
‘एक उत्तर – एक ही नंबर’ नियम लागू
अगर कोई छात्र एक ही उत्तर को बार-बार लिखता है, तो उसे केवल एक बार ही अंक मिलेंगे।
source internet… साभार….
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