जानिए कौन से योगासन और प्राणायाम हैं सबसे प्रभावी
Remedy: नई दिल्ली | स्वास्थ्य डेस्क: कोविड महामारी के बाद लोगों की सेहत पर गहरा असर पड़ा है, खासतौर पर फेफड़ों की क्षमता पर। विशेषज्ञों के अनुसार, कमजोर फेफड़े ऑक्सीजन की कमी और थकान जैसी समस्याएं पैदा करते हैं, जिससे शरीर और दिमाग की कार्यक्षमता प्रभावित होती है। ऐसे में योग और प्राणायाम को फेफड़ों की सफाई और मजबूती के लिए सबसे प्रभावी उपाय माना जा रहा है।
योगाचार्य लक्ष्मी नारायण ने हाल ही में एक वीडियो के माध्यम से बताया कि कैसे कुछ विशेष योगासन और प्राणायाम फेफड़ों की मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं, उनकी क्षमता बढ़ाते हैं और शरीर में ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर बनाते हैं।
फेफड़ों को साफ करने और मजबूत बनाने वाले मुख्य योगासन और प्राणायाम:
1. भुजंगासन (Cobra Pose)
- पेट के बल लेटकर हाथों को छाती के पास रखें।
- सांस भरते हुए शरीर को ऊपर उठाएं और ऊपर देखें, लेकिन नाभि जमीन से लगी रहे।
- कुछ सेकंड होल्ड करें और फिर सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
- दिन-ब-दिन राउंड की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाएं।
- अभ्यास के बाद मकरासन में 1-2 मिनट विश्राम करें।
लाभ:
भुजंगासन से छाती और फेफड़ों की मांसपेशियां खुलती हैं, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और श्वसन क्षमता बढ़ती है।
2. गोमुखासन
- दंडासन में बैठें, फिर राइट पैर को लेफ्ट जांघ पर और लेफ्ट एड़ी को कूल्हे के पास रखें।
- राइट हाथ ऊपर से और लेफ्ट हाथ नीचे से पीठ पर लाएं और दोनों हाथों को जोड़ने की कोशिश करें।
- मेरुदंड सीधा रखें और सांस सामान्य रखें।
लाभ:
इस आसन से छाती और कंधों की जकड़न दूर होती है और सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है।
3. अनुलोम विलोम प्राणायाम
- सुखासन में बैठें, रीढ़ सीधी रखें।
- अंगूठे से राइट नासिका बंद करके लेफ्ट से सांस लें, फिर लेफ्ट बंद कर राइट से सांस छोड़ें।
- यही प्रक्रिया उलटे क्रम में दोहराएं।
लाभ:
फेफड़ों की सफाई करता है, तंत्रिका तंत्र शांत करता है और ऑक्सीजन स्तर को संतुलित करता है।
4. कपालभाति प्राणायाम
- सीधा बैठें और गहरी सांस लें।
- फिर बलपूर्वक सांस को बाहर फेंकें, लेकिन सांस अंदर स्वाभाविक रूप से जाए।
- एकाग्रता के साथ अभ्यास करें।
लाभ:
फेफड़ों से टॉक्सिन्स निकालने में सहायक, श्वसन प्रणाली को मजबूत करता है और इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है।
विशेषज्ञ की सलाह:
“रेस्पिरेटरी और इम्यून सिस्टम का सीधा संबंध है। यदि आपके फेफड़े कमजोर हैं, तो बीमारियों से लड़ने की ताकत घट सकती है,”
– योगाचार्य लक्ष्मी नारायणसाभार …
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