Resolution: नीमच (मध्य प्रदेश – केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को मध्य प्रदेश के नीमच जिले में आयोजित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) दिवस समारोह के दौरान कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह विश्वास जताया कि यह लक्ष्य सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की प्रतिबद्धता व वीरता के बल पर ही संभव होगा।
श्री शाह ने कहा, “जब भी कोबरा बटालियन के जवान नक्सलियों की ओर बढ़ते हैं, तो उनकी रूह कांप जाती है। नक्सलवाद अब सिमट रहा है और 2026 तक यह समाप्त हो जाएगा – यह प्रण इस देश ने आपके बल पर लिया है।
गृह मंत्री ने सीआरपीएफ के जवानों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि बल ने न केवल नक्सल विरोधी अभियानों में, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा के हर मोर्चे पर अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। उन्होंने 2001 में संसद भवन पर हुए आतंकी हमले और 2005 में राम जन्मभूमि पर हमले को विफल करने में सीआरपीएफ की अहम भूमिका को याद किया।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद क्षेत्र में शांति बनाए रखने में भी सीआरपीएफ की सराहनीय भूमिका रही। शाह ने बताया कि विधानसभा चुनावों के दौरान किसी भी मतदान केंद्र पर हिंसा नहीं हुई, यह सुरक्षा बलों की चुस्ती और तैयारी का प्रमाण है।
उन्होंने शहीद हुए 2,264 जवानों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवारों के त्याग को याद किया। साथ ही बताया कि वर्तमान में सीआरपीएफ के पास 248 बटालियन, 4 जोनल मुख्यालय, 21 सेक्टर मुख्यालय, 17 रेंज और 39 प्रशासनिक रेंज हैं, जिनमें लगभग तीन लाख जवान देश की सेवा में तैनात हैं।
शाह ने बताया कि बीते एक दशक में नक्सली हिंसा में 70 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। अमरनाथ यात्रा, कुंभ जैसे आयोजनों और श्रीराम-जन्मभूमि व श्रीकृष्ण जन्मस्थान की सुरक्षा में भी बल की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया गया। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने कहा, “सीआरपीएफ केवल एक सुरक्षा बल नहीं, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा की रीढ़ है, जिसने हर चुनौती का डटकर सामना किया है।
साभार…
Leave a comment