32 नए चेहरों को मिली मंत्री पद की जिम्मेदारी
Resolution: नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की एनडीए सरकार ने रविवार, 9 जून 2025 को अपने 11 साल पूरे कर लिए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों में उनकी सरकार ने गरीबों के कल्याण और जनसामान्य के जीवन को सरल बनाने के लिए प्रतिबद्ध भाव से कार्य किया है।
प्रधानमंत्री ने लिखा, “हमारी सरकार की योजनाओं के केंद्र में गरीब भाई-बहन हैं। हमने पूरी निष्ठा और सेवाभाव से लोगों की जिंदगी आसान बनाने की कोशिश की है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान सम्मान निधि, फसल बीमा और मुद्रा योजना जैसी प्रमुख योजनाओं की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि अब तक 10 करोड़ से ज्यादा उज्ज्वला गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं, 4 करोड़ से अधिक पक्के घर बनाए गए हैं और किसानों को सम्मान निधि के तहत 3.70 लाख करोड़ रुपये की मदद दी गई है।
नोटबंदी से महिला आरक्षण तक: नड्डा ने गिनाई सरकार की बड़ी उपलब्धियां
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सरकार के 11 वर्षों की यात्रा को “जनसमर्पण और विकास” का प्रतीक बताया। उन्होंने सरकार के साहसिक निर्णयों का जिक्र करते हुए अनुच्छेद 370 हटाने, तीन तलाक समाप्त करने, महिला आरक्षण लागू करने, वक्फ कानून में बदलाव और नोटबंदी को ऐतिहासिक कदम बताया। जेपी नड्डा ने कहा, “नोटबंदी के दौरान विपक्ष ने जनता को भड़काने की कोशिश की, लेकिन लोग मोदी जी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए घंटों लाइनों में खड़े रहे।”
नई सरकार में नए चेहरे: 32 सांसद पहली बार बने मंत्री
मोदी सरकार 3.0 के गठन में नए और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी गई है। इस बार 32 ऐसे सांसदों को मंत्री बनाया गया है जो पहली बार मंत्री बने हैं। इनमें सबसे ज्यादा 5 बिहार से, 4 उत्तर प्रदेश से और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक से 3-3 सांसद शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी सहित 7 नए मंत्री पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जिनमें राजनाथ सिंह, एचडी कुमारस्वामी, शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर, जीतनराम मांझी, सर्बानंद सोनोवाल शामिल हैं।
दक्षिण भारत में खास रणनीति: बिना सीट जीते भी तमिलनाडु से तीन मंत्री
भाजपा को तमिलनाडु में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली, फिर भी राज्य से तीन नेताओं को मंत्री बनाया गया है। इनमें राज्यसभा सांसद एल. मुरुगन, निर्मला सीतारमण और एस. जयशंकर शामिल हैं। वहीं, केरल से भाजपा के एकमात्र विजेता सुरेश गोपी को राज्यमंत्री बनाया गया, साथ ही ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि के तौर पर जॉर्ज कुरियन को भी मंत्रिपद मिला, जो वर्तमान में किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
विपक्षी दलों ने सरकार की रिपोर्ट कार्ड को ‘एकतरफा प्रचार’ करार देते हुए कहा है कि “देश में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक असमानता की समस्याओं को नजरअंदाज किया गया है।” कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “11 सालों में सिर्फ प्रचार और पीएम की छवि गढ़ने पर ध्यान दिया गया, न कि संस्थाओं की मजबूती पर।”
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