4-6 जुलाई की RSS बैठक में लग सकती है मुहर
Seal: नई दिल्ली | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी नेतृत्व और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच लंबे समय से जारी गतिरोध अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच सकता है। 4 से 6 जुलाई को दिल्ली में होने वाली RSS की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में इस विषय पर अंतिम चर्चा संभव मानी जा रही है।
🔸 जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त, चयन में देरी क्यों?
भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में ही समाप्त हो चुका था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के चलते उन्हें जून तक विस्तार दे दिया गया। अब जबकि चुनाव समाप्त हो चुके हैं, पार्टी को नए अध्यक्ष के नाम पर आम सहमति बनानी है।
🔸 संघ और भाजपा की प्राथमिकताएं अलग
RSS सूत्रों के अनुसार, संघ ने भाजपा को पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि नया अध्यक्ष ऐसा व्यक्ति हो जो संगठन को मजबूती से चला सके और मौजूदा कार्यकर्ताओं में भरोसा जगा सके। संघ नेतृत्व ने यह भी संकेत दिया है कि वे राजनीतिक संदेश देने के बजाय संगठनात्मक क्षमता को प्राथमिकता देना चाहते हैं। दूसरी ओर, भाजपा नेतृत्व की नजर उस नेता पर है जो राजनीतिक संतुलन और आंतरिक गुटबाजी को संभाल सके और मिशन 2029 की दृष्टि से पार्टी को मजबूत बना सके।
🗓️ 4-6 जुलाई की RSS बैठक अहम
इस बैठक में RSS प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले सहित सभी सह-सरकार्यवाह, और प्रांत प्रचारक शामिल होंगे। संभावना है कि यहां भाजपा और संघ के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हो और संकेतात्मक सहमति बन जाए।
🧾 प्रदेश अध्यक्ष चुनाव: अहम राज्यों में अभी अटका समीकरण
अब तक 14 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष चुने जा चुके हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों में संगठनात्मक चुनाव अब भी अधूरे हैं।
पार्टी चाहती है कि इन राज्यों में पहले प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति पूरी हो जाए, ताकि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले एकता और संगठनात्मक मजबूती का संदेश दिया जा सके।
🔁 नई टीम में बड़े बदलाव संभव
सूत्रों के अनुसार, नया अध्यक्ष बनने के बाद राष्ट्रीय महासचिवों में 50% तक बदलाव संभव है। नई टीम में युवा नेताओं को प्राथमिकता देने की योजना है, जिससे 2029 के लिए युवा नेतृत्व की छवि भी सामने लाई जा सके।
🔍 निष्कर्ष: फैसला जल्द, नाम पर अभी असहमति
- संघ की प्राथमिकता: संगठन आधारित, सादगीपूर्ण और अनुभवी कार्यकर्ता
- भाजपा की रणनीति: राजनीतिक प्रबंधन में दक्ष, व्यापक स्वीकार्यता वाला चेहरा
- फैसले की घड़ी: 4-6 जुलाई की RSS बैठक
यदि सहमति बनती है, तो जुलाई 2025 के दूसरे सप्ताह में भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है।
साभार…
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