आईसीयू में किट मेें सीएम, बिना किट के कांग्रेस अध्यक्ष

Syrup scandal: बैतूल। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से मरने वाले मासूमों की संख्या 25 हो गई है। इनमें छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के बच्चे शामिल है। इस सिरप से पीडि़त कुछ बच्चे अभी भी महाराष्ट्र के नागपुर के विभिन्न हास्पिटलों में इलाज करवा रहे हैं। इस सिरप काण्ड की गूंज प्रदेश से धीरे-धीरे देश भर में फैल गई और आज इस मामले में देश के सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई भी हो रही है। सिरप बनाने वाली कंपनी दक्षिण भारत के तमिलनाडू की है जिसका संचालक कल मध्यप्रदेश पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो गया है। इस सिरप काण्ड का राजनैतिक लाभ लेने के लिए विभिन्न दलों में होड़ लग गई। विशेषकर प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। लेकिन यहां भी कांग्रेस की गुटबाजी आड़े आते दिखी।
पहले पहुंचे शासन के नुमाइंदे
यह दुखद हादसा होने के बाद सबसे पहले प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला नागपुर और छिंदवाड़ा पहुंचे। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल भी नागपुर जाकर हास्पिटलों में बच्चों का हालचाल जाना। हेमंत खण्डेलवाल अपने गृह जिले बैतूल के आमला क्षेत्र में भी गए जहां के दो बच्चों की मौत हुई थी।
पहले आए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
चूंकि कांग्रेस प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल है इसलिए ऐसी दुखद घटना घटित होने पर इस दल के जिम्मेदार नेताओं को सरकार की कमजोरियां उजागर करने के लिए आना था और वे आए भी। लेकिन प्रदेश के प्रमुख दोनों कांग्रेस नेता अज्ञात कारणों से इस दौरे में भी एक साथ नहीं आए। तीन दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भोपाल से सारनी होते हुए परासिया से छिंदवाड़ा और फिर नागपुर भी पहुंचे।सारनी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका पुष्पमाला से सम्मान किया। इस यात्रा में जीतू पटवारी के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष निलय डागा सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता भी छिंदवाड़ा और नागपुर गए।
फिर आए विस में नेता प्रतिपक्ष
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के दौरे के दो दिन बाद मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार भी भोपाल से सारनी पहुंचे जहां उनका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। इसके बाद वे भी छिंदवाड़ा और फिर नागपुर गए। इस यात्रा में भी जिला कांग्रेस अध्यक्ष निलय डागा और सुखदेव पांसे गुट से जुड़े कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी शामिल हुए। इन दो यात्राओं को लेकर राजनैतिक समीक्षकों का मानना था कि दो-तीन बार पहले भी कांग्रेस के ये दोनों बड़े नेता अलग-अलग ही बैतूल आए और अलग-अलग ही मुलताई होते हुए छिंदवाड़ा पहुंचे थे।
भाजपा नेताओं ने की आलोचना
सोशल मीडिया पर भाजपा नेता कांग्रेस के इन दोनों प्रदेश प्रमुखों की यात्रा की यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि इस संवेदना के समय में भी दोनों कांग्रेस नेता स्वागत करवाते दिखे। बैतूल गंज भाजपा मंडल अध्यक्ष विकास मिश्रा सहित कई लोगों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि सारनी में 10-10 किलो की माला से स्वागत कराने के बाद कांग्रेस नेता छिंदवाड़ा में जाकर मासूमों की मौत पर मगरमच्छ के आंसू बहा रहे है।
पीपीई किट नहीं पहनने पर भी कटाक्ष
भाजपा नेताओं ने नागपुर हास्पिटल के आईसीयू की दो फोटो वायरल की है। जिसमें एक फोटो में मुख्यमंत्री एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पूरे किट पहनकर आईसीयू में मासूमों का हाल पूछने पहुंचे। वहीं दूसरे फोटो में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं अन्य कांग्रेस नेता बिना पीपीई किट के इन बच्चों को देखने गए। इस संबंध में पूछने पर मेडिकल एक्सपर्ट का कहना था कि ऐसी स्थिति में आईसीयू में किट पहनकर ही जाना चाहिए अन्यथा संक्रमण का खतरा बना रहता है।
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