Tariff: वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका जल्द ही फार्मास्यूटिकल आयात पर महत्वपूर्ण टैरिफ लगाएगा, जिससे दवा कंपनियों को अपने उत्पादन संयंत्र अमेरिका में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
इस घोषणा के बाद, भारतीय फार्मा कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखी गई है, विशेष रूप से बायोकॉन, लॉरस लैब्स और ल्यूपिन जैसी कंपनियों के शेयरों में 3% से 5% तक की गिरावट आई है, क्योंकि इनका अमेरिकी बाजार में महत्वपूर्ण हिस्सा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन टैरिफ से दवाओं की कीमतों में वृद्धि हो सकती है और सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, अनुसंधान और विकास (R&D) पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे नई दवाओं का विकास बाधित हो सकता है। अमेरिका में उपयोग की जाने वाली सस्ती जेनेरिक दवाओं का लगभग 40% हिस्सा भारत से आयात होता है। यदि इन आयातों पर टैरिफ लगाया जाता है, तो इससे अमेरिकी हेल्थकेयर सिस्टम की लागत बढ़ सकती है और भारतीय फार्मा कंपनियों की आय पर भी असर पड़ सकता है। फिलहाल, ट्रंप प्रशासन ने टैरिफ की सटीक तारीख और दर की घोषणा नहीं की है, जिससे निवेशकों और उद्योग जगत में अनिश्चितता बनी हुई है।
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