Team: भोपाल। मध्यप्रदेश में कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ़’ (Coldrif) पीने से हुई 16 बच्चों की दर्दनाक मौत के मामले ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। अब इस मामले की जांच के लिए 12 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। यह टीम मामले की गहराई से जांच करेगी और दवा कंपनी तक जाकर तथ्य जुटाएगी।
पुलिस के अनुसार, एसडीओपी जितेंद्र सिंह जाट के नेतृत्व में गठित यह SIT तमिलनाडु जाएगी, जहां इस सिरप का निर्माण हुआ था। टीम वहां कंपनी के उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और वितरण तंत्र की जांच करेगी।
👮 डॉक्टर और कंपनी पर कार्रवाई
मामले में डॉ. प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर निलंबित किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अधिकांश बच्चों को यही कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ़’ लिखकर दिया था।
साथ ही, सिरप बनाने वाली फार्मा कंपनी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
⚰️ पोस्टमार्टम से खुलेगा सच
जांच की सच्चाई तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने पहला पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया है।
दो वर्षीय योगिता ठाकरे, जो इस हादसे की अंतिम पीड़िता थीं, उनके शव को कब्र से निकाला गया है ताकि मेडिकल साक्ष्य जुटाए जा सकें।
🏥 इलाजरत बच्चे
छिंदवाड़ा कलेक्टर के मुताबिक, अब भी 8 बच्चे नागपुर के अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 3 की हालत नाजुक है।
इसके अलावा, बैतूल जिले में भी 2 बच्चों की मौत इसी सिरप से होने का संदेह जताया गया है।
⚡ सरकार का सख्त रुख
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मामले में पहले ही कई अधिकारियों को निलंबित और तबादला कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि बच्चों की जान लेने वाले दोषियों को कठोरतम दंड दिया जाएगा और पूरे राज्य में दवाओं की गुणवत्ता जांच अभियान चलाया जाएगा।
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