The siege: मुरैना: मध्य प्रदेश में अवैध रेत खनन के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकार और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला मुरैना जिले का है, जहां पुलिस की सख्त घेराबंदी और लाठीचार्ज के बावजूद खनन माफिया अवैध रेत से भरा ट्रैक्टर लेकर भागने में कामयाब हो गए।
कैसे दिया वारदात को अंजाम?
मुरैना जिले में पुलिस को अवैध खनन की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने इलाके में घेराबंदी कर दी। पुलिस की मौजूदगी देखते ही माफिया के लोगों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए लाठीचार्ज भी किया, लेकिन इसके बावजूद वे बिना किसी डर के रेत से लदे ट्रैक्टर को लेकर फरार हो गए।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने प्रदेश में अवैध खनन को लेकर कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। यह पहली बार नहीं है जब मुरैना या अन्य जिलों में रेत माफियाओं ने पुलिस को चुनौती दी हो। इससे पहले भी कई बार खनन माफिया पुलिस पर हमला कर चुके हैं, जिससे साफ होता है कि उन्हें किसी का डर नहीं है।
राजनीतिक संरक्षण का आरोप
विपक्ष और स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रदेश में खनन माफियाओं को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण अवैध खनन पर रोक लगाना मुश्किल हो गया है। मोहन सरकार की ढिलाई के कारण माफियाओं के हौसले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की नदियों और पर्यावरण को भारी नुकसान हो रहा है।
क्या कहता है प्रशासन?
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की ओर से कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में दोषियों की गिरफ्तारी की जाएगी और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
source internet… साभार….
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