Unique theft: खरगोन: रामनवमी के दिन शहर में एक अनोखी और भावनात्मक चोरी की घटना सामने आई है। जमींदार मोहल्ला स्थित एक दुकान से 2.46 लाख रुपये की चोरी हुई, लेकिन यह मामला सिर्फ पैसों की चोरी तक सीमित नहीं रहा। चोर ने दुकान में एक टाइप की हुई चिट्ठी भी छोड़ी जिसमें उसने चोरी के पीछे अपनी मजबूरी जाहिर की और दुकान संचालक से माफी मांगी।
दुकानदार जुजर बोहरा के अनुसार, सोमवार सुबह जब उन्होंने दुकान खोली तो टेबल पर एक टाइप किया हुआ पत्र रखा मिला। उस पत्र को पढ़कर वे स्तब्ध रह गए। चोर ने लिखा था कि वह उन्हीं के मोहल्ले का है और पैसों की तंगी और कर्ज के कारण चोरी करने को मजबूर हुआ। उसने वादा किया कि छह महीने में पैसे लौटा देगा।
पत्र में क्या लिखा था?
“सबसे पहले तो जुजर भाई, मैं आपसे माफी मांगता हूं क्योंकि मैं आपकी दुकान से पैसे चुरा रहा हूं। मैं आपके मोहल्ले का ही हूं। मुझे पैसों की सख्त जरूरत है, बहुत कर्ज है मेरे ऊपर। अगर मैंने पैसे नहीं चुकाए तो मुझे जेल हो जाएगी। मैं वादा करता हूं कि छह महीने में पैसे लौटा दूंगा और सामने भी आ जाऊंगा। मैं रामनवमी के दिन चोरी कर रहा हूं, मेरा इरादा नहीं था पर मजबूरी थी।”
पहले भी हो चुकी है चोरी
जुजर भाई ने बताया कि आठ दिन पहले ईद के मौके पर उनके घर से भी 85 हजार रुपए की चोरी हो चुकी है। उस वक्त पूरा परिवार मस्जिद में नमाज अदा करने गया था। अब दुकान से हुई इस चोरी ने उन्हें झकझोर दिया है। दुकान में रखे कुल 2.83 लाख में से चोर ने 2.46 लाख चुरा लिए, शेष 37 हजार ही बच पाए।
पुलिस जांच में जुटी
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चिट्ठी के आधार पर मोहल्ले के आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। हालांकि चोरी का यह तरीका और चोर की लिखी माफीनामा चिट्ठी इस वारदात को बेहद अलग और सोचने पर मजबूर करने वाला बनाती है।
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