एंटी करप्शन को नोटिस का अभी तक नहीं मिला जवाब
Proceeding: नई दिल्ली(ई-न्यूज)। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद्र केजरीवाल पिछले 10 वर्षों से दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। इस दौर में वे अपने बड़बोलेपन और पिछली कही बातों से पलटने में मशहूर हो गए थे। इसी कड़ी में उन्होंने चुनाव के दौरान यमुना नदी के पानी में जहर मिलाने और चुनाव के बाद आप पार्टी के विधायकों को 15 करोड़ में खरीदने के गंभीर आरोप भी लगाए थे। अब इन आरोपों को लेकर दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में है। इनमें दिल्ली के पूर्व ष्टरू अरविंद केजरीवाल, मुकेश अहलावत और संजय सिंह शामिल हैं।
अभी तक नहीं मिला जवाब
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा भेजे गए नोटिस का जवाब न मिलने पर यह कदम उठाया जा सकता है। अगर ्र्रआम आदमी पार्टी की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया तो दिल्ली एंट्री करप्शन ब्यूरो दिल्ली पुलिस को लेटर लिखकर इन नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश करेगी। इससे पहले 7 फरवरी को दिल्ली एंट्री करप्शन ब्यूरो की टीम अरविंद केजरीवाल, सांसद संजय सिंह और मुकेश अहलावत के घर जांच के लिए पहुंची थी। करीब डेढ़ घंटे तक केजरीवाल के घर में जांच की, लीगल नोटिस दिया और रवाना हो गई।
केजरीवाल ने यह लगाए थे आरोप
दिल्ली चुनाव नतीजों से एक दिन पहले केजरीवाल ने दावा किया था कि भाजपा उनके विधायकों और कैंडिडेट्स को फोन पर 15-15 करोड़ के ऑफर दे रही है। इसके बाद भाजपा ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखकर आरोपों की जांच की मांग की थी। एलजी ने जांच का जिम्मा दिल्ली एंट्री करप्शन ब्यूरो को सौंपा था। नोटिस में 16 आप विधायकों की जानकारी मांगी थी ब्यूरो ने नोटिस में केजरीवाल से उन 16 आप विधायकों की जानकारी मांगी थी, जिनके बारे में दावा किया गया था कि उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी। इसके अलावा इन विधायकों के सोशल मीडिया पोस्ट और रिश्वत की पेशकश करने वालों की पहचान से संबंधित जानकारी भी मांगी गई थी। ब्यूरो ने आरोपों पर आप नेताओं से आरोप से जुड़े सारे सबूत मांगे हैं।
source internet… साभार….
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