सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना, पुलिस कर रही तलाश
Event: बैतूल। अक्सर देखने में आता है कि कोई भी व्यक्ति भगवान, महापुरूषों की प्रतिमाओं या फिर निजी एवं शासकीय संपत्ति को निशाना बनाता है और जब उसे पुलिस गिरफ्तारी करती है तो वह मानसिक रोगी निकल जाता है। यहां पर सवाल यह उठता है कि ऐसे मानसिक रोगियों की जहां सुरक्षित जगह है वहां पर क्यों नहीं पहुंचाया जाता है? इस तरह से कब तक जनता और सरकार नुकसान उठाते रहेगी।
रात में फोड़े वाहनों के कांच
जिला मुख्यालय पर विनोबा नगर में सोमवार रात एक मानसिक विक्षिप्त युवक ने 18 वाहनों के कांच फोड़ दिए। सुबह जब लोग उठे तो उन्हें अपने घरों के सामने खड़े वाहनों के विंड स्क्रीन टूटे मिले। सीसीटीवी फुटेज में एक युवक को वाहनों के कांच फोड़ते हुए देखा गया है। इलाके में रहने वाले स्कूल प्राचार्य श्याम साहू ने बताया कि युवक ने रात ढाई बजे से साढ़े तीन बजे के बीच यह वारदात की। उनकी कार के कांच भी फोड़े गए हैं।
महिलाओं से भी कर चुका है मारपीट
स्थानीय लोगों के अनुसार, गोविंद नाम का यह व्यक्ति आने-जाने वाली महिलाओं को भी थप्पड़ मार चुका है। वह अक्सर छोटे बच्चों को पकडक़र कहीं बंद कर देता है। इसी तरह से एक विक्षिप्त व्यक्ति ने मुलताई में एक छात्रा के सिर पर भी लाठी से वार कर दिया था जिससे कई महीने तक उसका नागपुर में उपचार कराया गया था।
आरोपी की तलाश कर रही पुलिस
मामले में बैतूल गंज थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने बताया कि आरोपी मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसे पकडक़र सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश कर मनोरोग अस्पताल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। इसी तरह से पूर्व में भी मासोद में एक व्यक्ति ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था। उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार किया तो वह मानसिक रोगी निकला था। वहीं महापुरूषों की प्रतिमाओं को भी नुकसान पहुंचाया जा चुका है।
इनके वाहनों को पहुंचाया नुकसान
विनोबा नगर जिन वाहनों के कांच तोड़े गए हैं उनमें निवासी संजय चौकीकर, भवानी, अक्षय राठौर, अरूण बागमोड़े, मुकेश साहू, कृष्ण कुमार मालवीय, सतीष सिंह, श्याम साहू, संजय साहू, कमलेश, स्मिता कुबड़े, जितेंद्र राठौर, सुधांशु लोखण्डे सहित 18 वाहन मालिक शामिल हैं।
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