जनजातीय मंत्री विजय शाह तीसरी बार बैठक से रहे गायब
Meeting: पचमढ़ी। मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल की विशेष बैठक मंगलवार को पचमढ़ी स्थित राजभवन में शुरू हो गई है। बैठक में जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह एक बार फिर अनुपस्थित रहे। यह लगातार तीसरी कैबिनेट बैठक है जिसमें वे शामिल नहीं हुए। उनके कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए विवादित बयान के बाद से यह सिलसिला जारी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार दोपहर पचमढ़ी पहुंचे। उन्होंने आम उत्पादक किसानों से भेंट की और उसके बाद कैबिनेट बैठक का शुभारंभ किया। बैठक ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी विशेष है, क्योंकि इसमें पचमढ़ी के जागीरदार राजा भभूत सिंह की स्मृति में निर्णय लिए जा रहे हैं।
वीर भभूत सिंह को मिलेगा सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा, “राजा भभूत सिंह का इतिहास वीरता और जनजातीय जागरूकता से भरा रहा है।” उन्होंने बताया कि भभूत सिंह ने तात्या टोपे के साथ मिलकर 1858 में अंग्रेजों के विरुद्ध गोरिल्ला युद्ध छेड़ा था। वे सांडिया के निकट नर्मदा नदी पार कर स्वतंत्रता संग्राम की रणनीति बनाते रहे। बैठक में भभूत सिंह की प्रतिमा स्थापना, उनके नाम पर संस्थानों और पार्कों के नामकरण पर निर्णय संभव है।
मंत्री पहुंचे पचमढ़ी, विकास कार्यों का भी होगा लोकार्पण
बैठक में शामिल होने के लिए डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सहित कई मंत्री सोमवार रात को ही पचमढ़ी पहुंच गए थे। अन्य मंत्री मंगलवार सुबह पहुंचे।
लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, जो नर्मदापुरम के प्रभारी मंत्री भी हैं, ने तैयारियों की निगरानी की।
मुख्यमंत्री इस दौरान 33.88 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी करेंगे। ये कार्य पर्यटन और अन्य विभागों से संबंधित हैं।
पचमढ़ी: इतिहास, प्रकृति और रणनीति का संगम
पचमढ़ी न केवल मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, बल्कि सतपुड़ा की धूपगढ़ चोटी (1350 मीटर ऊंचाई) इसकी पहचान है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से गोंड साम्राज्य की रणनीतिक शक्ति और प्राकृतिक संरक्षण दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। यहां पहले भी कैबिनेट बैठकें और बीजेपी के चिंतन शिविर आयोजित हो चुके हैं।
विशेषताएं संक्षेप में:
- 📍 स्थान: राजभवन, पचमढ़ी
- 🗓️ तिथि: 4 जून 2025
- 👥 उपस्थित: मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम, मंत्रीगण (विजय शाह अनुपस्थित)
- 🛠️ विकास कार्य: ₹33.88 करोड़ के प्रोजेक्ट्स का भूमिपूजन और लोकार्पण
- 🗿 प्रस्ताव: भभूत सिंह की प्रतिमा स्थापना, नामकरण प्रस्ताव
- 🏞️ स्थान विशेष: सतपुड़ा की गोद में स्थित धूपगढ़, गोंड साम्राज्य की विरासत
- साभार…
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