हाईकोर्ट ने दंडात्मक कार्रवाई पर लगाई रोक
Resign: बेंगलुरु। आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की ऐतिहासिक जीत के बाद आयोजित जश्न समारोह में मची भगदड़ ने जश्न को मातम में बदल दिया। एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक घायल हो गए। इस गंभीर घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KCSA) के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने पद से इस्तीफा दे दिया है।
🧾 संघ के पदाधिकारियों का बयान:
संयुक्त बयान में कहा गया:
“हमारी भूमिका सीमित होने के बावजूद, बीते दो दिनों में जो कुछ हुआ, उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए हम अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।”
उन्होंने गुरुवार रात को KCSA अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा।
🚨 भगदड़ की वजह और विवाद:
- समारोह का आयोजन डीएनए एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया था।
- आयोजन के लिए KCSA ने विधान सौधा ग्रैंड स्टेप्स में अनुमति मांगी थी।
- लेकिन सोशल मीडिया पर आमंत्रण के वायरल होने के बाद लाखों की भीड़ स्टेडियम के बाहर जमा हो गई।
- रोड शो को रद्द करना पड़ा, लेकिन स्टेडियम के अंदर कार्यक्रम जारी रहा, जिससे भारी आलोचना हुई।
⚖️ KCSA की याचिका और कोर्ट की टिप्पणी:
KCSA ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की और कहा:
- आयोजन की जिम्मेदारी RCB और उसके सेवा प्रदाता की थी।
- KCSA की भूमिका केवल स्टेडियम देने और बुनियादी ढांचे तक सीमित थी।
- FIR पुलिस ने दबाव में दर्ज की, बिना प्रारंभिक जांच के।
हाईकोर्ट ने राहत देते हुए:
- पुलिस को निर्देश दिया कि अगली सुनवाई (16 जून) तक कोई दंडात्मक कार्रवाई न की जाए।
- याचिकाकर्ताओं को जांच में सहयोग करने का आदेश।
- कोर्ट ने राज्य सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी, जिसकी सुनवाई 10 जून को होगी।
📉 नैतिक सवाल और आलोचना:
- भगदड़ के बाद भी समारोह जारी रखना नैतिक रूप से असंवेदनशील माना गया।
- आयोजकों को सुरक्षा और प्रबंधन में भारी चूक के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा।
- सोशल मीडिया पर आमंत्रण के वायरल होने के बावजूद भीड़ नियंत्रण की कोई ठोस व्यवस्था नहीं थी।
- साभार…
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