Plane accidents: अहमदाबाद | 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के 11 दिन बाद राहत और त्रासदी दोनों की तस्वीर सामने आई है। रविवार को सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने जानकारी दी कि 251 मृतकों की डीएनए से पहचान हो चुकी है, जिनमें से 245 शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
डॉ. जोशी ने बताया कि 6 शव ब्रिटेन के निवासियों के हैं, जिन्हें जल्द ही उनके परिवारों को सौंपा जाएगा।
✈️ हादसा और उसके आंकड़े
- घटना तिथि: 12 जून 2025
- स्थान: अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास
- उड़ान संख्या: AI-171 (एअर इंडिया)
- उड़ान मार्ग: अहमदाबाद से लंदन
- कुल सवार लोग: 242 यात्री + 12 क्रू = 254
- मृतकों की संख्या: 270 (इसमें हॉस्टल में मौजूद लोग भी शामिल)
- बचे लोगों की संख्या: 1 व्यक्ति जीवित बचा
इस भयावह हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। विमान का मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर गिरा था, जिससे कई डॉक्टरों की भी मौत हुई।
🧬 डीएनए पहचान और शव सुपुर्दगी
- शवों की पहचान डीएनए परीक्षण के आधार पर की गई।
- 6 शव ब्रिटेन के नागरिकों के हैं। इन्हें दूतावास के सहयोग से सौंपा जाएगा।
- इस हादसे के बाद यह देश में अब तक की सबसे बड़ी डीएनए-आधारित शव पहचान प्रक्रिया में से एक रही।
🚧 मलबा हटाने के दौरान भी हादसा
विमान का मलबा शिफ्ट करते समय एक और तकनीकी बाधा सामने आई जब प्लेन का पिछला हिस्सा ट्रक में लादकर ले जाते समय एक पेड़ में फंस गया।
- रास्ता: शाहीबाग डफनाला से कैंप हनुमान मंदिर तक
- परिणाम: रास्ता 2 घंटे बंद
- कार्यवाही: फायर ब्रिगेड और पुलिस ने पेड़ की डालियां काटकर ट्रक को आगे बढ़ाया।
📉 तकनीकी जांच और कार्रवाई
- पायलट ने मेडे कॉल भेजा था, लेकिन 625 फीट की ऊंचाई के बाद सिग्नल गायब हो गया।
- पायलट के पास 8,200 घंटे और को-पायलट के पास 1,100 घंटे का अनुभव था।
- DGCA ने एअर इंडिया के तीन वरिष्ठ अफसरों को हटाने का आदेश दिया:
- चूड़ा सिंह (डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट)
- पिंकी मित्तल (क्रू शेड्यूलिंग हेड)
- पायल अरोड़ा (शेड्यूलिंग प्लानर)
इन पर एविएशन सेफ्टी प्रोटोकॉल के उल्लंघन का आरोप है।
🛩️ बोइंग 787 की पहली दुर्घटना
- यह पहला मौका है जब बोइंग 787 ड्रीमलाइनर दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।
- अप्रैल 2025 तक इस मॉडल ने 50 लाख उड़ानें और 100 करोड़ यात्रियों की सेवा पूरी की थी।
- इससे पहले 2020 में कोझिकोड (केरल) में एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट क्रैश हुई थी, जिसमें 21 मौतें हुई थीं।
🕊️ एक जीवित बचा व्यक्ति: उम्मीद की किरण
इस दर्दनाक हादसे में एक व्यक्ति का जिंदा बच जाना चमत्कार माना जा रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, उसकी सीट इम्पैक्ट ज़ोन से ठीक पहले की थी, जिससे उसे ज्यादा झटका नहीं लगा।
साभार…
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