कामाख्या मंदिर पुजारी ने दी प्रतिक्रिया
Case registered: गुवाहाटी/इंदौर। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्या कांड में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राजा की मौसेरी बहन और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सृष्टि रघुवंशी पर असम पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196(2), 299 और 302 के तहत मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई एक वायरल वीडियो के आधार पर की गई है, जिसमें सृष्टि ने दावा किया था कि राजा की हत्या असम में नरबलि के तहत हुई है।
🙏 कामाख्या मंदिर प्रशासन ने किया खंडन
इस बयान पर कामाख्या देवी मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा:
“जब भी मंदिर के आसपास कोई हत्या होती है, तो ‘मानव बलि’ जैसे आरोप लगाए जाते हैं, जो पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। कामाख्या मंदिर वैदिक परंपराओं और शक्ति पूजा के लिए जाना जाता है, न कि किसी अंधविश्वास के लिए। ऐसे बयान स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत करते हैं।”
🧾 क्या कहा था सृष्टि ने?
राजा की लापता होने की खबर से लेकर शव मिलने तक सृष्टि ने सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो और पोस्ट डाले। इसी दौरान उसने कहा था:
“राजा की हत्या नरबलि के तहत हुई है। इसमें कोई तांत्रिक कारण हो सकता है।”
बयान वायरल होते ही सृष्टि को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा। बाद में उसने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा:
“मैंने भावुक होकर ऐसा कहा। मेरा मकसद किसी धर्म या समुदाय को ठेस पहुंचाना नहीं था।”
📌 परिवार ने भी जताई थी नरबलि की आशंका
सिर्फ सृष्टि ही नहीं, राजा की मां उमा रघुवंशी और भाई विपिन ने भी 11 जून को सार्वजनिक तौर पर नरबलि की आशंका जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि:
- सोनम राजा को तंत्र क्रिया के लिए शिलॉन्ग ले गई।
- राजा की हत्या ग्यारस के दिन की गई, जो विशेष तिथि मानी जाती है।
- हत्या से पहले कामाख्या मंदिर में पूजा की गई थी।
उमा रघुवंशी ने यहां तक दावा किया कि, “हम सभी पर वशीकरण किया गया था। सोनम ने हमारे बेटे की बलि दी है।”
👮♀️ सोशल मीडिया से FIR तक
सृष्टि की वीडियो पोस्ट वायरल होने के बाद असम पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया और इसे धार्मिक भावनाएं भड़काने और क्षेत्रीय तनाव बढ़ाने वाला बयान मानते हुए FIR दर्ज की। राजा के भाई विपिन ने कहा कि उन्हें इस कानूनी कार्रवाई की जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि:
“सृष्टि पहले ही सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुकी है। अगर जरूरत पड़ी तो हम असम जाकर स्थिति स्पष्ट करेंगे।”
📅 हत्याकांड की पृष्ठभूमि
- 11 मई 2025: राजा और सोनम की शादी, इंदौर में
- 21 मई: दोनों हनीमून के लिए गुवाहाटी होते हुए मेघालय रवाना
- 23 मई: राजा नोंगरियाट गांव (मेघालय) से लापता
- 2 जून: राजा का क्षत-विक्षत शव वेइसाडोंग फॉल्स के पास मिला
- 9 जून: सोनम यूपी के गाजीपुर में मिली
📢 मंदिर प्रशासन की अपील
कामाख्या मंदिर प्रशासन ने असम सरकार से अनुरोध किया है कि:
“मंदिर को बदनाम करने वाले बेबुनियाद आरोपों पर कड़ी कार्रवाई हो और ऐसे आरोप दोहराने वालों को रोका जाए। कामाख्या मंदिर देश के प्रतिष्ठित शक्ति पीठों में से एक है और इसकी छवि से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
साभार…
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