Statement: नई दिल्ली | कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को संसद परिसर में दिए गए बयान में सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी पर तीखा प्रतिवाद किया है। उन्होंने कहा, “हम न्यायपालिका का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन कोई भी जज यह तय नहीं करेगा कि सच्चा भारतीय कौन है।” प्रियंका गांधी का यह बयान उस वक्त आया जब सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सेना पर की गई टिप्पणी पर नाराज़गी जताते हुए कहा था कि “सच्चा भारतीय ऐसा नहीं कहेगा।”
🔎 मामला क्या है?
16 दिसंबर 2022 को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक बयान में कहा था कि “चीन ने भारत की 2000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया है। 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए और अरुणाचल में हमारे जवानों को पीटा गया, लेकिन कोई बात नहीं कर रहा।” इस बयान पर लखनऊ की अदालत में आपराधिक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें राहुल पर भारतीय सेना के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप लगाया गया। 29 मई 2025 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राहुल की समन रद्द करने की याचिका खारिज कर दी। इसके बाद राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
⚖️ सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी:
4 अगस्त 2025 को सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने राहुल गांधी से सवाल किया:
“आपको कैसे पता कि चीन ने 2000 वर्ग किमी जमीन कब्जा की? क्या आप वहां थे? आपके पास सबूत हैं? ऐसी बातें संसद में क्यों नहीं कहते? सोशल मीडिया की क्या ज़रूरत है?”
साथ ही कोर्ट ने टिप्पणी की —
“एक सच्चा भारतीय ऐसा बयान नहीं देगा।”
हालांकि कोर्ट ने लखनऊ में चल रही निचली अदालत की कार्यवाही पर अस्थायी रोक लगा दी और यूपी सरकार व शिकायतकर्ता से तीन सप्ताह में जवाब मांगा।
🗣️ प्रियंका गांधी का जवाब:
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के एक दिन बाद, प्रियंका गांधी ने संसद परिसर में कहा:
“सरकार से सवाल पूछना विपक्ष का कर्तव्य है। मेरा भाई (राहुल गांधी) कभी भी सेना के खिलाफ नहीं बोल सकता। उसके बयान का गलत मतलब निकाला गया है।”
“हम जजों का सम्मान करते हैं, लेकिन वे तय नहीं करेंगे कि कौन सच्चा भारतीय है।”
⚔️ राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NDA की संसदीय बैठक में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा:
“सुप्रीम कोर्ट की इससे बड़ी फटकार कोई नहीं हो सकती।”
- BJP प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा:
“राहुल गांधी की विश्वसनीयता पर कोर्ट की टिप्पणी सवाल उठाती है। वे कई बार भारत-विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन कर चुके हैं।”
- वहीं, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष भक्त चरण दास ने राहुल का बचाव किया और कोर्ट की टिप्पणी पर असहमति जताई।
📌 पृष्ठभूमि: चीन का मुद्दा
राहुल गांधी पहले भी संसद और सोशल मीडिया पर चीन द्वारा LAC पर जमीन कब्जाने के मुद्दे पर सरकार को घेर चुके हैं।
3 अप्रैल 2025 को लोकसभा में उन्होंने कहा था:
“चीन ने हमारी 4,000 वर्ग किमी जमीन पर कब्जा कर लिया है, और सरकार के अधिकारी चीनी राजदूत के साथ केक काट रहे हैं।”
साभार..
Leave a comment