Solution: नई दिल्ली। आजकल शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी आम हो गई है, लेकिन इनमें सबसे ज्यादा मामले विटामिन बी12 की कमी के सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बी12 मुख्य रूप से नॉन-वेज फूड में पाया जाता है, जिसकी वजह से शाकाहारी लोगों में इसकी कमी तेजी से देखने को मिल रही है।
शाकाहारी लोगों में सबसे ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि वेजिटेरियन फूड्स में बी12 बहुत कम पाया जाता है। इसकी कमी से शरीर कमजोर हो सकता है, हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं और नसों को नुकसान तक हो सकता है। इसलिए शरीर में कोबालामिन (Vitamin B12) का स्तर बनाए रखना बेहद जरूरी है।
कमी के लक्षण
बी12 की कमी से होने वाले प्रमुख लक्षण हैं:
- लगातार थकान रहना
- मतली और वजन कम होना
- स्किन का पीला पड़ना
- जीभ में सूजन
- हाथ-पैर में झनझनाहट
- नजर धुंधली होना
- भूलने की समस्या
- बोलने-चलने में कठिनाई
- चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन
कमी की वजहें
- आहार में बी12 की कमी
- पेट और आंतों में सूजन
- पर्निशियस एनीमिया
- पाचन संबंधी समस्या या सर्जरी
- शराब का अधिक सेवन
- ट्रांसकोबालामिन 2 की कमी
इलाज और समाधान
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, बी12 की कमी को दूर करने के लिए नेजल जेल, नेजल स्प्रे, ओरल मेडिकेशन और इंट्रामस्कुलर इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
किन फूड्स से मिलेगा बी12?
- एनिमल-बेस्ड फूड: रेड मीट, मछली, चिकन, अंडा, दूध और डेयरी उत्पाद सबसे प्रभावी स्रोत हैं।
- फोर्टिफाइड फूड: ब्रेकफास्ट सीरियल्स, न्यूट्रिशनल यीस्ट और प्लांट मिल्क में कृत्रिम रूप से विटामिन बी12 मिलाया जाता है, जो खासकर शाकाहारियों के लिए उपयोगी है।
क्या करें?
डॉक्टरों का कहना है कि पाचन तंत्र को मजबूत रखना जरूरी है, क्योंकि पाचन की गड़बड़ी से भी बी12 का अवशोषण प्रभावित होता है। इसके अलावा शराब का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है।
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