Havoc: जम्मू। हिमाचल से लेकर जम्मू-कश्मीर तक बारिश की तबाही जारी है। बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इसी बीच माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर हुए भूस्खलन में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
कैसे हुई घटना
- मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे कटरा से मंदिर जाने वाले हिमकोटि मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ।
- इस दौरान हजारों श्रद्धालु यात्रा पर थे। कई लोग मलबे की चपेट में आ गए।
- हादसे के बाद प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
यात्रा बंद
- वैष्णो देवी तक दो पैदल मार्ग हैं—हिमकोटि मार्ग और पारना मार्ग।
- भूस्खलन के तुरंत बाद हिमकोटि मार्ग बंद कर दिया गया।
- हालांकि पारना मार्ग से देर रात तक यात्रा जारी रही, लेकिन लगातार बारिश को देखते हुए प्रशासन ने अगले आदेश तक यात्रा पूरी तरह बंद कर दी है।
यात्रियों और होटल कारोबारियों को नुकसान
- हादसे के समय कटरा और जम्मू के होटलों-गेस्ट हाउसों में करीब 20 हजार यात्री रुके हुए थे।
- यात्रा रोकने के आदेश के बाद श्रद्धालु लौटने लगे, जिससे होटल और गेस्ट हाउस कारोबारियों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
मुआवजा और सरकारी घोषणाएँ
- उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतकों के परिजनों को 9 लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया।
- पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी 6 लाख रुपये प्रति परिवार की सहायता राशि की घोषणा की।
- उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि “आपदा की चेतावनी पहले ही जारी कर दी गई थी, फिर भी तीर्थयात्रियों को रोका नहीं गया।”
ट्रेनों पर असर
भारी बारिश के चलते जम्मू क्षेत्र में 58 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। निचले इलाकों में भी अलर्ट जारी है।
साभार…
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