सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देकर की धोखाधड़ी
बैतूल: शहर के गंज थाना क्षेत्र में एक ऐसे अंतरराज्यीय रैकेट का खुलासा हुआ है जो लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने मोटी रकम ऐठता था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अश्विन धोटे सहित एक अन्य सदस्य को पकड़ा है और गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।

शिकायतकर्ता पंकज नायक, निवासी चन्द्रशेखर वार्ड, ने पुलिस को बताया कि अश्विन घोटे (32) ने अपनी पहचान उन उच्च अधिकारियों से जोड़कर बताई और उसकी पत्नी पूनम नायक वकील को शासकीय ADPO की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया। भरोसे में आकर नायक ने पहले लगभग 5 लाख और बाद में अलग-अलग किस्तों में कुल करीब 27 लाख रुपए आरोपी के बताए बैंक खातों में जमा कर दिए।
आरोपी ने फर्जी चयन पत्र, जॉइनिंग लेटर और मेडिकल के लिए भोपाल भेजने जैसी औपचारिकताएँ भी करवाईं, लेकिन जांच में ये कागजात नकली निकले। जब पीड़ित ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने धमकी दी कि पुलिस कुछ नहीं कर सकती—जिस पर पीड़ित ने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई।
गंज थाना ने इस मामले में अपराध क्रमांक 389/25 के तहत धारा 420 (धोखाधड़ी) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया। कार्रवाई के दौरान अश्विन घोटे को गिरफ्तार कर उसके पास से लगभग 5 लाख रूपये नकद और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए। पूछताछ में अश्विन ने अन्य साथियों के नाम भी लिये — अभिजीत उर्फ वेद प्रकाश (भोपाल) और आशीष उर्फ मानव (पटना)।
बाद में पटना से आशीष (36) को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। पुलिस ने बताया कि अन्य सदस्य अभी फरार हैं और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। तफ्तीश में यह भी पता चला कि अश्विन छिंदवाड़ा जिले में भी लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर करीब 13 लाख रूपये से अधिक ले चुका था।
पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है और गिरोह के अन्य हिस्सेदारों, बैंक लेन-देन तथा फर्जी दस्तावेजों के स्रोत का पता लगा रही है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह और उसके रिश्तेदारों ने परेशानियों के बावजूद भरोसा करके पैसे जमा किये, और अब वे न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
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