Hunt: वॉशिंगटन | अमेरिका की एक 17 वर्षीय चीयरलीडर ब्रायना मार्टिन को पॉपकॉर्न लंग्स नामक गंभीर फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित पाया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रायना बीते तीन वर्षों से वेपिंग (Vaping) की आदत से जूझ रही थी। हाल ही में अचानक सांस लेने में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनकी स्थिति का खुलासा हुआ। डॉक्टरों के अनुसार, ब्रायना को ब्रोंकियोलाइटिस ऑब्लिटरन्स नामक दुर्लभ बीमारी हो गई है, जिसे आम बोलचाल में पॉपकॉर्न लंग्स कहा जाता है। यह बीमारी फेफड़ों के सबसे पतले वायुमार्गों (ब्रॉन्कियोल्स) में सूजन और स्कार टिशू बनने के कारण होती है, जिससे वायुमार्ग संकुचित हो जाते हैं और सांस लेने में स्थायी दिक्कत पैदा हो सकती है।
🧪 पॉपकॉर्न लंग्स क्या है और इसका नाम क्यों पड़ा?
इस बीमारी का नाम “पॉपकॉर्न लंग्स” इसलिए पड़ा क्योंकि पहली बार यह समस्या उन कर्मचारियों में देखी गई थी जो माइक्रोवेव पॉपकॉर्न फैक्ट्रियों में काम करते थे। वहां वे डायसिटाइल नामक कृत्रिम फ्लेवरिंग एजेंट के संपर्क में आते थे, जो मक्खन जैसा स्वाद देने के लिए प्रयोग होता है।
आजकल डायसिटाइल कई ई-सिगरेट और वेपिंग लिक्विड्स में भी पाया जाता है, जिससे यह बीमारी आम लोगों, खासकर युवाओं, में बढ़ रही है।
⚠️ पॉपकॉर्न लंग्स के लक्षण
- लगातार सूखी खांसी
- शारीरिक मेहनत पर सांस फूलना
- सीने में घरघराहट
- बिना वजह थकान
- सांस लेने में लगातार कठिनाई
गंभीर मामलों में यह बीमारी लंग ट्रांसप्लांट की आवश्यकता तक ले जा सकती है।
✅ बचाव के उपाय
- वेपिंग और धूम्रपान से बचें
- फेफड़ों की नियमित जांच कराएं
- फ्लेवरिंग रसायनों के संपर्क में आने से बचें
- सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें (खासकर फैक्ट्री वर्कर्स के लिए)
ब्रायना की हालत ने दुनियाभर में वेपिंग से जुड़े खतरों को एक बार फिर उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि युवाओं में वेपिंग की लत गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है, जिनका इलाज मुश्किल और महंगा होता है।
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