Arrested: भोपाल/छिंदवाड़ा/चेन्नई। मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत का कारण बने Coldrif कफ सिरप मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। सिरप बनाने वाली श्रीसन फार्मा (Srisun Pharma) कंपनी के डायरेक्टर गोविंदन रंगनाथन को SIT ने बुधवार रात चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया। उस पर ₹20,000 का इनाम घोषित था। रंगनाथन अपनी पत्नी के साथ फरार चल रहा था। SIT ने रंगनाथन को चेन्नई-बेंगलुरु राजमार्ग स्थित अपार्टमेंट से दबिश देकर पकड़ा, वहीं कंपनी का रजिस्टर्ड ऑफिस कोडम्बक्कम में बंद मिला। छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने बताया कि आरोपी को चेन्नई कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड मांगी जाएगी, जिसके बाद उसे छिंदवाड़ा लाया जाएगा।
🩸 कफ सिरप पीने से अब तक 24 बच्चों की मौत
जहरीला Coldrif सिरप पीने से बच्चों की किडनी फेल और ब्रेन डैमेज हो गया। ताजा मामला छिंदवाड़ा जिले के पचधार गांव के 3 वर्षीय मयंक सूर्यवंशी का है, जिसने बुधवार (8 अक्टूबर) की रात नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस तरह मरने वालों की संख्या 24 हो गई है।
⚗️ जांच में खुलासा — सिरप में 486 गुना अधिक जहरीला केमिकल
तमिलनाडु ड्रग्स कंट्रोल की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि Coldrif सिरप में डाईएथिलीन ग्लायकॉल (DEG) और एथिलीन ग्लायकॉल (EG) की मात्रा 486 गुना ज्यादा थी।
यह रसायन न सिर्फ बच्चों के लिए घातक है बल्कि “हाथी जैसे बड़े जानवर की किडनी और दिमाग तक नष्ट कर सकता है,” जांच टीम के एक विशेषज्ञ ने नाम न बताने की शर्त पर कहा।
🧾 केमिकल खरीदी का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला
जांच में सामने आया कि कंपनी ने नॉन-फार्मास्यूटिकल ग्रेड प्रोपलीन ग्लायकॉल से सिरप तैयार किया था।
- खरीदी 25 मार्च 2025 को सनराइज बायोटेक, चेन्नई से की गई।
- खरीदे गए केमिकल का न कोई बिल, न कोई एंट्री, न लैब टेस्ट किया गया।
- भुगतान कैश और G-Pay से हुआ।
कंपनी के पास न तो खरीदी के रिकॉर्ड हैं और न ही प्रोडक्शन में उपयोग किए गए रसायनों के दस्तावेज।
जांच के दौरान कंपनी ने केमिकल का स्टॉक खत्म कर दस्तावेज छिपाने की कोशिश की।
📦 छिंदवाड़ा भेजी जानी थीं 589 बॉटल
जांच दल को कंपनी के गोदाम से Coldrif सिरप के बैच नंबर SR-13 की 60 ML की 589 बॉटल मिलीं, जिन्हें छिंदवाड़ा भेजा जाना था।
इसी बैच की सिरप पीने से बच्चों की मौतें हुईं। यह सिरप मई 2025 में निर्मित और अप्रैल 2027 तक वैध बताई गई है।
🧪 फैक्ट्री में मिले अन्य सिरप
SIT को श्रीसन फार्मा की मैन्युफैक्चरिंग साइट से Coldrif के अलावा चार और दवाएं मिलीं —
- Respolite-D: 1534 बॉटल
- Respolite-GL: 2800 बॉटल
- Respolite-ST: 736 बॉटल
- Hepsundin: 800 बॉटल
हालांकि इनकी गुणवत्ता मानक के अनुरूप पाई गई।
⚖️ जनसुरक्षा के लिए बड़ा खतरा
तमिलनाडु ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी ने कहा है कि नॉन-फार्मास्यूटिकल ग्रेड केमिकल से बनी दवाएं सार्वजनिक सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, कंपनी के खिलाफ भारी लापरवाही, फर्जीवाड़ा और मानव जीवन से खिलवाड़ के आरोपों में सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
🕵️♀️ अब आगे क्या
SIT अब रंगनाथन से पूछताछ कर यह पता लगाएगी कि —
- जहरीले केमिकल की सप्लाई चेन में कौन-कौन शामिल था,
- क्या अन्य राज्यों में भी ऐसी दवाएं सप्लाई की गईं,
- और क्या अन्य उत्पाद भी इसी तरह बनाए गए।
- साभार..
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