चेताया- नहीं मानी गई मांग तो करेंगे आंदोलन, दो दिन से लगातार कैंडल मार्च, आरोपी सोनम के नार्को टेस्ट की मांग तेज
Action:इंदौर | राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में अब पीड़ित परिवार का गुस्सा और आक्रोश सोनम के परिजनों की ओर भी बढ़ता जा रहा है। राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने रविवार को स्पष्ट कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर सोनम के परिवार पर कार्रवाई नहीं की गई, तो वे सीधे उनके घर जाकर आंदोलन करेंगे।
“अगर सोनम के साथ होता, तो हमारा पूरा परिवार जेल में होता” – सचिन रघुवंशी
सचिन ने कहा कि,
“मेरे भाई की हत्या हुई है और पुलिस ने सोनम के परिवार से किसी को नहीं पकड़ा है। अगर यह घटना हमारे परिवार की किसी महिला के साथ होती, तो हमें जेल में डाल दिया जाता। यह बहुत बड़ी साजिश है। सोनम के भाई तक हमारे घर आए, लेकिन हमने बात तक नहीं की। सिर्फ रोना कोई समाधान नहीं है, न्याय चाहिए।”
सोनम का भाई गोविंद राजा के घर आया था, मां से लिपटकर रोया
सूत्रों के मुताबिक, सोनम का भाई गोविंद कुछ दिन पहले राजा के घर पहुंचा था। उसने राजा की मां से लिपटकर रोते हुए दुख जताया था और उज्जैन में हुए पिंडदान कार्यक्रम में भी शामिल हुआ था।
लेकिन सचिन रघुवंशी का कहना है कि
“यह सिर्फ दिखावा है। यदि सच्ची संवेदना होती, तो अब तक परिवार खुद आगे आकर जांच में सहयोग करता।”
इंदौर में लगातार दो दिन निकाला गया कैंडल मार्च
रविवार शाम को नेहरू पार्क से रीगल चौराहे तक एक बड़ा कैंडल मार्च निकाला गया, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए। आमजन ने भी राजा रघुवंशी के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की।
शनिवार को भी इसी तरह का मार्च रीगल चौराहे पर आयोजित किया गया था, जिसमें राजा के परिजनों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा शामिल हुए थे।
पुरुष आयोग एनजीओ की प्रेसिडेंट ने की मुलाकात, फांसी की मांग
पुरुष आयोग एनजीओ की प्रेसिडेंट बरखा त्रेहान रविवार को राजा रघुवंशी के घर पहुंचीं और परिवार से मिलकर संवेदना जताई। उन्होंने मीडिया से कहा,
“यह मामला पुरुषों के खिलाफ झूठे षड्यंत्र का प्रतीक बनता जा रहा है। हम मेघालय सरकार से मांग करते हैं कि सोनम समेत सभी आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए।”
नार्को टेस्ट की उठी मांग, सचिन बोले- सोनम बहुत बातें छिपा रही है
सचिन रघुवंशी ने सोनम के नार्को टेस्ट की मांग करते हुए कहा,
“वह लगातार झूठ बोल रही है। उसने खुद बताया था कि उसे दो लड़कों ने बस स्टैंड छोड़ा, लेकिन चार दिन इंतजार करने के बाद भी उसने उनकी पहचान नहीं बताई। आखिर वह क्या छिपा रही है?”
सचिन ने कहा कि सोनम ने इंदौर में 14 दिन तक रहकर योजना बनाई और अपराध को अंजाम दिया।
“इस साजिश में कई लोग शामिल हैं, इसलिए हम नार्को टेस्ट के जरिए पूरा सच सामने लाने की मांग करते हैं।”
सजा को लेकर भी परिजन की सख्त मांग
सचिन ने कहा,
“फांसी माफ हो सकती है, लेकिन हम चाहते हैं कि सोनम को आजीवन कारावास की सजा मिले। ताकि वह हर दिन जेल में रहकर अपने किए का पश्चाताप करे।”
पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप
परिवार ने पुलिस पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक सोनम के परिवार या उससे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जबकि पूरा शहर जानता है कि हत्या कितनी सोची-समझी साजिश के तहत की गई।
साभार…
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