सतना के पूर्व जिलाध्यक्ष निष्कासित
Action Mode:भोपाल: मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले नेताओं पर सख्त रवैया अपनाया है। शनिवार को पार्टी ने मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल और शिवपुरी विधायक प्रीतम लोधी समेत देवास और सागर की मेयर को पार्टी मुख्यालय तलब किया। सागर की महापौर संगीता तिवारी को अनुशासनहीनता के चलते नोटिस भी थमा दिया गया है।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी किसी भी स्तर पर अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि चाहे जनप्रतिनिधि हों या पदाधिकारी, सभी को पार्टी अनुशासन का पालन करना होगा।
विधायक प्रदीप पटेल पहुंचे, प्रीतम लोधी नहीं आए
पार्टी मुख्यालय पहुंचे मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं सहज क्षेत्र की चर्चा के लिए पार्टी कार्यालय आया हूं। मेरी किसी से कोई नाराजगी नहीं है।” वहीं, शिवपुरी विधायक प्रीतम लोधी बैठक में उपस्थित नहीं हो सके। पार्टी ने बताया कि उनसे अलग से बातचीत की जाएगी।
सतना के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा निष्कासित
बीजेपी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सतना के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन पर अश्लील चैटिंग, महिला से छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी जैसे गंभीर आरोप लगे थे। पार्टी ने स्पष्ट संदेश दिया कि ऐसे मामलों में कोई ढील नहीं बरती जाएगी।
विधायकों की बयानबाजी से बढ़ी पार्टी की मुश्किलें
- प्रदीप पटेल हाल ही में अपने क्षेत्र के थाने में खुद गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी उन्हें गिरफ्तारी की धमकी दे रहे हैं।
- प्रीतम लोधी ने अपनी सरकार पर हमला बोलते हुए पिछोर को जिला बनाने की मांग तेज की थी और जरूरत पड़ने पर दिल्ली तक पदयात्रा करने की चेतावनी दी थी।
वीडी शर्मा का कड़ा संदेश
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, “बीजेपी एक अनुशासित संगठन है। पार्टी कार्य पद्धति से चलती है। जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी कोई भी हो, अनुशासनहीनता पर कार्रवाई होगी।”
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