80 से ज्यादा कंपनियां आएंगी, कई प्रोजेक्ट की होगी घोषणा
Announcement: इंदौर(ई-न्यूज)। प्रदेश सरकार द्वारा आगामी 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कॉन्क्लेव कर रही है। इसमें 80 से ज्यादा कंपनियां और 300 से अधिक प्रतिनिधि आएंगे। इसके साथ ही कई प्रोजेक्ट की घोषणा भी की जाएगी।
प्रोग्रेस और स्कोप पर होगी चर्चा
इसके अलावा एसडीडब्ल्यूएएन (नेटवर्क), ऑप्टिकल फाइबर (डिजिटल इन्फ्रा), सहित अन्य क्षेत्रों के उद्योगपति, नीति निर्माता और निवेशक भाग लेंगे, जो राज्य में आईटी और इनसे जुड़े क्षेत्रों की प्रोग्रेस और स्कोप पर चर्चा करेंगे। इस दौरान आईटी-आईटीईएस, ईएसडीएम, सेमीकंडक्टर्स, एवीजीसी-एक्सआर, डेटा सेंटर्स, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) और ड्रोन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में निवेश की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। कॉन्क्लेव में प्रमुख उद्योग हस्तियों को एमपी ब्रांड एंबेसडर के रूप में सम्मानित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक इसमें ब?ी कंपनियां तो आएंगी ही, इंदौर में काम कर रही कंपनियों को भी विस्तार का मौका मिलेगा।
यह होगा टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में
आईआईटी इंदौर दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन का भूमिपूजन। एलटीआई माइंडट्री (आईटी/आईटीईएस), इंदौर सुपर कॉरिडोर कैंपस (इन्फ्रा), पीपीपी टॉवर इंदौर (इन्फ्रा), सीटीआरएलएस (डेटा सेंटर) और पंचशील (इन्फ्रा डेवलपर) जैसी परियोजनाओं का भूमिपूजन। नए सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस, एवीजीसी-एक्सआर प्रयोगशालाएं और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए एमओयू साइन होगा। आईटी पार्क प्लॉट अलॉटमेंट फॉर 12 कंपनीज (इन्फ्रा), केयनीस (ईएमसी) परियोजनाओं को लेटर्स ऑफ अलॉटमेंट सौंपे जाएंगे।
40 एकड़ जमीन में होगा आवंटन
कॉन्क्लेव में होने वाले एमओयू के बाद कुछ कंपनियों के सुपर कॉरिडोर पर आईटी क्षेत्र के लिए घोषित स्पेशल इकोनॉमिक जोन (आईटी सेज) की बची 40 एकड़ जमीन से ही आवंटन होगा। एमपीएसईडीसी ने इसके लिए आईडीए को इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए पत्र भी लिख दिया है। दरअसल, साल 2011-12 में शासन ने आईटी कंपनी टीसीएस, इंफोसिस को जमीन दी थी। इंफोसिस शर्तों के मुताबिक पूरी जमीन का उपयोग नहीं कर पाया था, इसलिए शासन ने 50 एकड़ जमीन वापस ली थी।
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