Approval: चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष वी. नारायणन ने हाल ही में घोषणा की है कि केंद्र सरकार ने चंद्रमा के अध्ययन के लिए महत्वाकांक्षी ‘चंद्रयान-5’ मिशन को मंजूरी दे दी है। इस मिशन के तहत चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए 250 किलोग्राम वज़न वाला रोवर भेजा जाएगा, जबकि चंद्रयान-3 मिशन में 25 किलोग्राम का रोवर ‘प्रज्ञान’ चंद्रमा पर भेजा गया था।
चंद्रयान-5 मिशन जापान के सहयोग से संचालित किया जाएगा। इसके अलावा, चंद्रयान-4 मिशन की योजना भी बनाई गई है, जिसका उद्देश्य चंद्रमा से नमूने एकत्रित कर पृथ्वी पर लाना है, और इसे 2027 में प्रक्षेपित करने की संभावना है।
ISRO की भविष्य की परियोजनाओं में गगनयान मिशन और 2035 तक अपना स्वयं का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने की योजना शामिल है। चंद्रयान-3 मिशन के तहत, लैंडर ‘विक्रम’ ने 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी, जिससे भारत चंद्रमा के इस क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला देश बना।
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