Bail: मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब केस की सुनवाई हुई, जिसमें सभी आरोपियों को 50 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई।
कोर्ट का फैसला और शर्तें:
- 1 सिक्योरिटी और 50 हजार रुपए का मुचलका जमा करने के बाद जमानत दी गई।
- गवाहों से कोई छेड़छाड़ नहीं करनी होगी।
- देश छोड़ने से पहले कोर्ट को सूचित करना होगा।
तेज प्रताप और हेमा यादव की कोर्ट में पेशी
- लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और बेटी हेमा यादव कोर्ट पहुंचे थे।
- तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद को पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
- 70 आरोपियों को समन जारी हुआ था, जिनमें करीब 50 आरोपी कोर्ट में पेश हुए और सभी को जमानत मिल गई।
राबड़ी देवी का बयान:
- राबड़ी देवी ने कहा,
“जब-जब चुनाव आता है, तब-तब इस तरह की कार्रवाई होती है। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।”
लैंड फॉर जॉब केस: क्या है पूरा मामला?
CBI की जांच के अनुसार, लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री (2004-2009) रहने के दौरान रेलवे में नौकरी देने के बदले जमीन ली गई।
महत्वपूर्ण तथ्य:
- CBI ने लालू, राबड़ी, तेजस्वी समेत 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
- 30 लोक सेवकों को आरोपी बनाया गया है।
- ED ने जनवरी 2024 में लालू और तेजस्वी यादव से 10-11 घंटे तक पूछताछ की थी।
CBI की जांच में 5 बड़े लैंड-जॉब डील:
- 2008 में 3,375 वर्ग फीट जमीन सिर्फ 3.75 लाख में बेची, बदले में परिवार के 3 सदस्यों को रेलवे में नौकरी मिली।
- 2008 में महुआ बाग की 3,375 वर्ग फीट जमीन बेची, परिवार के 2 अन्य सदस्यों को रेलवे में नौकरी मिली।
- 2007 में 80,905 वर्ग फीट जमीन लालू की बेटी मीसा भारती को बेची गई, 2008 में किरण देवी के बेटे को रेलवे की नौकरी मिली।
- 2007 में 9,527 स्क्वायर फीट जमीन बेची, 2 भतीजों को रेलवे में नौकरी मिली।
- 2015 में 1,360 वर्ग फीट जमीन बेची, 2006 में जमीन मालिक के बेटे को रेलवे में नौकरी दी गई।
क्या होगा आगे?
- CBI की जांच जारी है और कोर्ट में आगे सुनवाई होगी।
- गवाहों के बयान अहम साबित हो सकते हैं।
- राजनीतिक रूप से इस केस का असर बिहार और 2024 चुनावों पर भी पड़ सकता है।
लालू परिवार को मिली जमानत से राहत जरूर मिली है, लेकिन मुकदमा अभी जारी है और आगे की कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।
source internet… साभार….
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