Big news –भोपाल। बहुचर्चित व्यापमं (Vyapam) फर्जीवाड़ा मामले में FIR दर्ज होने के 10 साल बाद आखिरकार अब कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ने जा रही है। विशेष सीबीआई अदालत में करीब 122 आरोपियों पर आरोप तय किए जाएंगे।
🔹 सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच
व्यापमं घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जुलाई 2015 में सीबीआई को सौंपी गई थी। इसके पहले यह मामला एसआईटी (SIT) के पास था। सीबीआई ने 5 दिसंबर 2020 को चार्जशीट दाखिल की थी। इसके बाद 26 जुलाई 2023 को यह केस विशेष सीबीआई कोर्ट में ट्रायल के लिए पहुंचा। अब सभी आरोपियों पर आरोप तय होने की प्रक्रिया शुरू होगी।
🔹 कई बड़े नाम शामिल
इस मामले में कई चर्चित नाम सामने आए हैं। इनमें
- कांग्रेस विधायक फुंदेलाल मार्को के बेटे अमितेष कुमार,
- निगम अधिकारी डॉ. अतिबल सिंह यादव के बेटे अरुण यादव,
- लखनऊ की डॉ. स्वाति सिंह,
जिन पर डमी उम्मीदवार बनकर मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा देने का आरोप है। वकील अभिषेक पाराशर ने बताया कि स्वाति सिंह ने कथित तौर पर मोनिका यादव के स्थान पर पीएमटी परीक्षा दी थी।
🔹 9 डॉक्टरों पर भी आरोप तय होंगे
सीबीआई की जांच में सामने आया कि मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाने के लिए डमी कैंडिडेट्स का इस्तेमाल किया गया और इसके लिए अभ्यर्थियों से मोटी रकम ली जाती थी। इस धांधली में कई डॉक्टरों के नाम भी सामने आए हैं।
🔹 8 लोगों की संदिग्ध मौतें
व्यापमं घोटाला देश के सबसे बड़े प्रवेश और भर्ती परीक्षा घोटालों में से एक माना जाता है। जांच के दौरान इससे जुड़े 8 लोगों की रहस्यमय मौतें भी हो चुकी हैं, जिससे मामले ने राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं।
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